मुख्यमंत्री भजनलाल की सरकार ने जयपुर नगर निगम को फिर से एक निगम में एकीकृत करने की तैयारी पूरी कर ली है। ग्रेटर नगर निगम और हेरिटेज नगर निगम का विलय जून तक फाइनल होने जा रहा है। विलय के बाद वार्डों की संख्या 250 से घटकर 152 रह जाएगी। परिसीमन का काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा, और अगले नगर निकाय चुनाव में जनता 152 वार्डों के लिए मतदान करेगी।
वर्तमान और प्रस्तावित परिसीमन की मुख्य बातें: परिसीमन का नया ढांचा: मौजूदा 250 वार्डों को नए परिसीमन के तहत 3-4 वार्ड मिलाकर एक वार्ड बनाया जाएगा। हर वार्ड की आबादी अब 20 हजार से 30 हजार के बीच होगी, जो वर्तमान में 9 हजार से 13 हजार है।रिंग रोड के भीतर नगर निगम का क्षेत्र होगा, और उसके बाहर जेडीए का।
44 वार्डों का क्षेत्र पूरी तरह बदलेगा: 44 वार्डों का एरिया पूरी तरह से बदल दिया जाएगा।शेष वार्डों को एक-दूसरे में शामिल किया जाएगा।
पिछले परिसीमन का इतिहास: 2019 में पिछली सरकार ने 91 वार्डों को तोड़कर 250 वार्ड बनाए थे।यह परिसीमन कांग्रेस विधायकों के वोट बैंक को ध्यान में रखकर किया गया था।मुस्लिम बहुल इलाकों के 37 बड़े वार्डों को 3-4 छोटे वार्डों में बांट दिया गया, जिससे कांग्रेस का बोर्ड हेरिटेज निगम में बन सका।
स्वायत्त शासन और नगरीय विकास राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम का विलय कर दिया जाएगा। परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने वाली है और नए निकाय में लगभग 152 वार्ड होंगे।