भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस सरकार पर शिक्षा क्षेत्र में की गई अव्यवस्थाओं को लेकर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए अंग्रेजी माध्यम स्कूल तो खोल दिए, लेकिन उनमें न तो पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की गई और न ही शिक्षकों की नियुक्ति।
मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हिंदी माध्यम स्कूलों को बंद कर बिना तैयारी के अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू कर दिए। इससे न केवल हिंदी माध्यम में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया, बल्कि अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करने वाले बच्चे भी निराश हो गए। उन्होंने इसे कांग्रेस का "अव्यवहारिक और अप्रासंगिक" निर्णय करार दिया।
समीक्षा कमेटी के जरिए होगा समाधान: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार ने इस स्थिति को सुधारने के लिए एक समीक्षा कमेटी का गठन किया है। राठौड़ ने कहा कि यह कमेटी बच्चों का शैक्षणिक आधार मजबूत करने और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमियों को दूर करने के लिए काम करेगी।
भाजपा के शिक्षा क्षेत्र में अहम फैसले: मदन राठौड़ ने भाजपा सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा: छात्राओं के लिए 30% सीटें आरक्षित: राजकीय महाविद्यालयों में छात्राओं के लिए 30% सीटें आरक्षित की गई।37 नए महाविद्यालयों की स्थापना: भाजपा सरकार ने 37 नए राजकीय महाविद्यालय खोले।12 महाविद्यालयों को PG में अपग्रेड: 12 राजकीय महाविद्यालयों को यूजी से पीजी में क्रमोन्नत किया गया।89,000 विद्यार्थियों को टेबलेट: इंटरनेट कनेक्शन सहित टेबलेट का वितरण किया गया।8.51 लाख साइकिल वितरित: छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में सहूलियत के लिए साइकिलें दी गईं। 514 करोड़ की छात्रवृत्ति: एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत 514 करोड़ रुपये व्यय किए गए।
भविष्य की रणनीति: राठौड़ ने कहा कि भाजपा सरकार बच्चों के शैक्षणिक आधार को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उनकी सरकार शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए कार्य कर रही है।