मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 184 रन से हराकर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली। 340 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 155 रन ही बना सकी। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में 13 साल बाद भारत को हराने का रिकॉर्ड बनाया।
भारतीय टीम को चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद 340 रन का लक्ष्य मिला था। पांचवें दिन भारतीय टीम उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सकी और तीन सत्र भी नहीं खेल पाई। भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाए और पारी ढह गई।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए। इसमें स्टीव स्मिथ का शानदार शतक शामिल था। भारत ने अपनी पहली पारी में 369 रन बनाए। युवा बल्लेबाज नीतीश रेड्डी ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 234 रन पर समेट दिया। जसप्रीत बुमराह ने चार विकेट लिए। भारत को जीत के लिए 340 रन का लक्ष्य मिला, लेकिन भारतीय बल्लेबाज असफल रहे।
यह भारत की पिछले दो महीने में छठे टेस्ट में पांचवीं हार है। न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से हारने के बाद भारत को ऑस्ट्रेलिया से एडिलेड और मेलबर्न में हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ भारतीय कप्तान रोहित शर्मा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
इस हार के साथ भारत की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को झटका लगा है। अब भारत को अन्य टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना होगा। साथ ही सिडनी में होने वाले पांचवें और आखिरी टेस्ट को हर हाल में जीतना होगा। ड्रॉ या हार से टीम इंडिया फाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगी।
सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा। भारत के लिए यह मैच जीतना बेहद जरूरी है, जबकि ऑस्ट्रेलिया सीरीज जीतने के इरादे से मैदान पर उतरेगा।
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