पूर्व प्रधानमंत्रीअटल बिहारी वाजपेयी की 100 वीं जयंती पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश की साढ़े 11 हजार ग्राम पंचायतों में अटल प्रेरक लगाने और अटल ज्ञान केंद्र खोलने की घोषणा की। इन केंद्रों का उद्देश्य युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, काउंसिलिंग, और ई-लाइब्रेरी की सुविधा प्रदान करना है।
अटल ज्ञान केंद्र: ग्राम पंचायतों में अटल ज्ञान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।लाइब्रेरी और ई-लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध होगी।युवाओं के लिए प्रशिक्षण और काउंसिलिंग की व्यवस्था।
अटल ज्ञान केन्द्रों पर खुलेंगी लाइब्रेरी
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के स्व-अध्ययन एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी तथा आमजन में पढ़ने की प्रवृति को प्रोत्साहित करने के लिए अटल ज्ञान केन्द्रों पर लाइब्रेरी एवं ई-लाइब्रेरी की सुविधाएं विकसित की जाएगी। इसके साथ ही इन केन्द्रों पर कैरियर काउंसलिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
आमजन को सुगमता से मिल सकेगा योजनाओं का लाभ
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि पात्र व्यक्तियों एवं परिवारों तक सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के लिए अटल प्रेरक कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि ई-मित्र की तर्ज पर इन केन्द्रों पर भी कल्याणकारी योजनाओं के आवेदन के अतिरिक्त जाति, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण-पत्र, मूल निवास एवं राशन कार्ड इत्यादि जन-सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इससे ग्रामीण स्तर पर आमजन के कार्य सुलभ एवं सुगम रूप से सम्पादित हो सकेंगे। उन्होेंने कहा कि राज्य सरकार इन केन्द्रों के विकास पर लगभग 500 करोड़ रुपये का व्यय करेगी।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि भारत रत्न श्री वाजपेयी की स्मृति में राज्य सरकार ने 26 दिसम्बर को प्रत्येक पंचायत समिति मुख्यालय पर अटल जन सेवा शिविर आयोजित करने का निर्णय भी किया है। साथ ही, हमारी सरकार ने ई-गवर्नेंस अवार्ड का नाम बदलकर अटल ई-गवर्नेंस अवार्ड और राजकीय विद्यालयों के कंप्यूटर कक्ष का नामकरण अटल कंप्यूटर कक्ष करने का निर्णय भी किया है।
राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन: अटल बिहारी वाजपेयी की 100 वीं जयंती के अवसर पर प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित समारोह में सीएम भजनलाल शर्मा ने राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
पिछली घोषणाओं पर संदर्भ: ठीक एक साल पहले, 25 दिसंबर को भजनलाल सरकार ने गहलोत सरकार की 50,000 पदों पर निकाली गई महात्मा गांधी सेवा प्रेरक भर्ती को रद्द कर दिया था।अब अटल प्रेरकों की नियुक्ति इसी दिशा में एक नई पहल मानी जा रही है।