टोंक जिले में पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। जिला परिषद सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने अटल जी के जीवन, उनके विचारों और नीतियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा था, "सरकारें आएंगी-जाएंगी, पार्टियां बनेंगी-बिगड़ेंगी, लेकिन देश रहना चाहिए।"लोकतंत्र और राष्ट्रहित उनके लिए सर्वोपरि थे।
जिला प्रमुख सरोज बंसल ने कहा: स्वर्णिम चतुर्भुज योजना ने देश की सड़कों के विकास को नया आयाम दिया।वाजपेयी जी ग्रामीण विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देते थे।उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है।
उन्होंने पोकरण परमाणु परीक्षण की सफलता को भारत के वैश्विक शक्ति बनने का अहम कदम बताया।सहायक प्रोफेसर महावीर सिंह ने उनके कवि और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के समर्थक रूप पर प्रकाश डाला। वाजपेयी जी के संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में दिए गए भाषण को भारत की पहचान के रूप में रेखांकित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ शारदे और अटल जी की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ।उपखंड स्तर पर भी सुशासन दिवस के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।शपथ ली गई कि सभी अटल जी के सुशासन के विचारों का पालन करेंगे।
कार्यक्रम में संत कुमार जैन, परशुराम धानका, नरेश बंसल, डा. छोटूलाल बैरवा, डा. अशोक कुमार यादव, पोखर लाल जाट, और सुनिल जैन समेत अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।