रामबाग स्थित सुबोध महिला महाविद्यालय और स्वामी विवेकानंद बालिका शिक्षा प्रचार समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन 'नारी सशक्तिकरण: विकसित भारत चुनौतियां एवं अवसर' का समापन रविवार को हुआ। इस सम्मेलन में महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण के लिए एक सशक्त आवाज उठाई गई और चुनौतियों एवं अवसरों पर विस्तार से चर्चा की गई।
तकनीकी सत्र और शोध पत्रों का विमर्श: दूसरे दिन तृतीय तकनीकी सत्र का संचालन प्रो. नीलिमा गुप्ता (रा. विवि) और प्रो. सुनील महावर (केंद्रीय विवि बिहार) की अध्यक्षता में हुआ। मुख्य वक्ताओं में प्रो. मनु सिकरवार और प्रो. मोनिका कानान ने महिलाओं की बहुआयामी उपलब्धियों और अधिक अवसर प्रदान करने की जरूरत पर जोर दिया। इस सत्र में 28 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।
चतुर्थ सत्र प्रो. कृष्णा गुप्ता और डॉ. सुमन मौर्य (रा. विवि) की अध्यक्षता में महिलाओं के सांस्कृतिक गौरव और नए क्षेत्रों में उनकी उन्नति पर केंद्रित रहा। इस सत्र में मुख्य वक्ताओं में डॉ. रोहित जैन (रा. विवि), डॉ. अनीता शर्मा (ट्राइबल यूनिवर्सिटी, अमरकंटक), और डॉ. अजयवर्धन आचार्य (क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू) शामिल थे। इस दौरान 20 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।
समापन सत्र: समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. बीएम शर्मा और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. दीपा एस. पी. माथुर (विभागाध्यक्ष, अंग्रेजी, रा. विवि) और डॉ. राकेश हीरावत मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने इस ज्वलंत विषय पर आयोजित सम्मेलन की सराहना की।
सम्मेलन की विशेष बातें:महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े पहलुओं और उनके सांस्कृतिक गौरव पर चर्चा।नए नवाचारों और दिशा में संघर्ष जारी रखने का संकल्प।48 शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण।
सम्मेलन का समापन:सम्मेलन का विधिवत समापन आयोजन के पदाधिकारियों डॉ. स्वाति जैन, डॉ. रुचिका शर्मा, और डॉ. शैलेंद्र मौर्य ने किया। प्रिंसिपल डॉ. रेणु जोशी और वाइस प्रिंसिपल डॉ. इंदु शर्मा ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन डॉ. तनु यादव ने किया।