Sunday, 22 December 2024

"नवोत्कर्ष विक्रम संवत 2081" कार्यक्रम में राज्यपाल बागडे बोले - राष्ट्र भूभाग नहीं, सनातन मूल्य और संस्कृति का विचार


"नवोत्कर्ष विक्रम संवत 2081" कार्यक्रम में राज्यपाल बागडे बोले - राष्ट्र भूभाग नहीं, सनातन मूल्य और संस्कृति का विचार

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने रविवार को जयपुर में आयोजित "नवोत्कर्ष विक्रम संवत 2081" कार्यक्रम में कहा कि राष्ट्र केवल भूभाग नहीं है, यह सनातन मूल्य और संस्कृति से जुड़ा एक विचार है। उन्होंने भारतीय संस्कृति और मूल्यों की महानता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्र को हमेशा प्रथम स्थान देना चाहिए और इसी मानसिकता का प्रसार होना चाहिए।

राज्यपाल बागडे  ने कार्यक्रम में भारतीय शिक्षा पद्धति और मैकाले द्वारा प्रारंभ किए गए शिक्षा मॉडल की आलोचना करते हुए कहा कि यह भारतीय संस्कृति को जड़ों से उखाड़ने का एक प्रयास था। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति को कभी मिटाया नहीं जा सकता क्योंकि यह हमारे रक्त में रची-बसी है।

भारतीय संस्कृति और ज्ञान परंपरा पर चर्चा: राज्यपाल बागडे ने प्राचीन भारतीय आविष्कारों और ज्ञान परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि गुरुकुल व्यवस्था, गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत, और दशमलव प्रणाली जैसे अनेक विषय वैदिक काल से ही स्थापित किए गए थे। उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षा पद्धति के माध्यम से देश का गौरवशाली इतिहास और भारतीयता के विचार को जीवित रखा जा सकता है।

नई शिक्षा नीति का समर्थन: राज्यपाल बागडे  ने नई शिक्षा नीति को भारतीयता के विचारों के अनुरूप बताते हुए इसके प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जो देश अपने इतिहास को भूल जाता है, उसका भूगोल भी धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है। उन्होंने सनातन भारतीय मूल्यों के संरक्षण और भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का आह्वान किया।

प्रदर्शनी का अवलोकन: इस अवसर पर राज्यपाल बागडे ने नवोत्कर्ष फाउंडेशन द्वारा आयोजित प्राचीन भारत के गौरवशाली शासकों और सनातन संस्कृति से जुड़ी चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान पूर्व सांसद रामचरण बोहरा ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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