मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अजमेर में आयोजित राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन में 70 लाख किसानों और 3.25 लाख पशुपालकों के लिए बड़ी आर्थिक सहायता योजनाओं की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने ₹ 700 करोड़ की राशि 70 लाख किसानों के बैंक खातों में सीधे हस्तांतरित की, जबकि 3.25 लाख पशुपालकों को ₹ 200 करोड़ की सहायता राशि प्रदान की।
उन्होंने कहा, "हमारा अन्नदाता किसान धरती माता का सच्चा सपूत है। जब किसान खुशहाल होगा, तभी राजस्थान का विकास संभव है।"
मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि:
70 लाख किसानों को ₹ 700 करोड़ की आर्थिक सहायता।
कृषि में नवाचार:
15,983 किसानों को ड्रिप/फव्वारा संयंत्रों के लिए ₹ 29 करोड़।
सोलर पंप स्थापना के लिए ₹ 80 करोड़ की सहायता।
नई सिंचाई परियोजनाएं:
ईआरसीपी और ताजेवाला एमओयू के तहत पानी की समस्या का समाधान।
3.25 लाख पशुपालकों को ₹ 200 करोड़ की सहायता राशि।
ऊँट संरक्षण और विकास मिशन की शुरुआत।
गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 20,000 पशुपालकों को ब्याज मुक्त ऋण।
8 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण।
536 मोबाइल पशु चिकित्सा वाहन।
31 स्थानों पर फूड पार्क के लिए भूमि आवंटन।
मुख्यमंत्री ने कहा, "2027 तक किसानों को दिन में बिजली देने का लक्ष्य तय किया गया है। हम किसान सशक्तिकरण और विकास के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे।"
उन्होंने राज्य के किसानों से संवाद करते हुए कहा कि सरकार कृषि, पशुपालन, और सिंचाई परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दे रही है।
एग्रीस्टेक फार्मर्स रजिस्ट्री योजना की शुरुआत।
150 पैक्स गोदाम निर्माण।
पीएम कुसुम योजना के तहत 15,000 किसानों को सोलर पंप।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने किसानों से व्यक्तिगत रूप से संवाद किया और उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।
इस दौरान राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष ओमप्रकाश भडाणा, विधायक श्रीमती अनीता भदेल, शंकर सिंह रावत, शत्रुघ्न गौतम, विरेन्द्र सिंह, रामस्वरूप लाम्बा, जितेन्द्र गोठवाल, लादूलाल पीतलिया, अजय सिंह, रेवंतराम डांगा, लक्ष्मण राम, शासन सचिव पशुपालन समित शर्मा, शासन सचिव कृषि राजन विशाल, जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।