राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर राजस्थान के सलूंबर और डूंगरपुर जिलों को राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार—2024 से सम्मानित किया। यह पुरस्कार इन जिलों द्वारा दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और समावेशन में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदान किया गया।
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में सलूंबर जिले की ओर से जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू और डूंगरपुर जिले की ओर से जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त किया। यह आयोजन केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किया गया।
सलूंबर के जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने बताया कि ‘सुगम्य भारत अभियान’ के तहत 1,000 से अधिक सरकारी इमारतों को दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया गया है। इसके लिए रैंप और लिफ्ट जैसी सुविधाएं विकसित की गईं।
डूंगरपुर के जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने ‘नो वन लेफ्ट बिहाइंड’ अभियान के तहत दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण में कई नवाचार किए।
यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 3 दिसंबर को उन व्यक्तियों, संगठनों और प्रशासनिक इकाइयों को दिया जाता है जो दिव्यांगजनों के कल्याण और सशक्तिकरण में उत्कृष्ट कार्य करते हैं। इसका उद्देश्य दिव्यांगजनों से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाना और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करना है।
सलूंबर और डूंगरपुर के प्रयासों ने न केवल दिव्यांगजनों के जीवन को सरल और सम्मानजनक बनाया है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का मान भी बढ़ाया है।