मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चिकित्सा सेवा को मानवता की सच्ची सेवा बताते हुए इसे समाज की बेहतरी और मानवता के कल्याण का माध्यम कहा। उन्होंने महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी में आयोजित 7वें दीक्षांत एवं लोकार्पण समारोह में भाग लेते हुए चिकित्सा क्षेत्र में सरकार की प्राथमिकताओं को रेखांकित किया।
मुख्यमंत्री शर्मा ने इस अवसर पर हेमेटोलॉजी टॉवर, साइबर नाइफ एस7 मशीन और पैट स्कैन मशीन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि ये अत्याधुनिक सुविधाएं कैंसर और रक्त संबंधी रोगों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि राजस्थान सरकार ने इस वर्ष के बजट का 8.26% हिस्सा चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र को समर्पित किया है।
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना: 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज उपलब्ध।
राजस्थान डिजिटल हेल्थ मिशन: प्रत्येक नागरिक का स्वास्थ्य रिकॉर्ड ऑनलाइन।
3 साल में 15,000 करोड़ का निवेश: स्वास्थ्य ढांचे के सुधार के लिए।
57,000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव: चिकित्सा क्षेत्र में, जिससे 6 लाख रोजगार सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं की वजह से मेडिकल टूरिज्म तेजी से बढ़ रहा है। इसके लिए राज्य सरकार मेडिकल वैल्यू ट्रैवल पॉलिसी के तहत इस क्षेत्र का विस्तार कर रही है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने आगामी 9-11 दिसंबर को होने वाली राइजिंग राजस्थान समिट का जिक्र करते हुए कहा कि चिकित्सा क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश के जरिए प्रदेश की आर्थिक स्थिति को और सशक्त किया जाएगा। अभी तक समिट के लिए 25 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हो चुके हैं।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी के संस्थापक एम. एल. स्वर्णकार और चेयरपर्सन डॉ. विकास चन्द्र स्वर्णकार सहित अन्य अधिकारी, चिकित्सक और विद्यार्थी उपस्थित थे।