किसान महापंचायत के राष्ट्रीय महासचिव अकबर खान ने केंद्र और राज्य सरकारों से किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और खेतों के लिए प्राथमिकता से सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इन आवश्यकताओं की पूर्ति न होने के कारण फसल बीमा कंपनियां किसानों को उचित मुआवजा नहीं दे रही हैं, जिससे बीज, उर्वरक, दवाइयों और बिजली जैसी आवश्यकताओं की पूर्ति में कठिनाई हो रही है।
शुक्रवार को कृषि उपज मंडी समिति टोंक में राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट की अध्यक्षता में आयोजित प्रदेश बैठक में अकबर खान ने कहा, "दिन-रात मेहनत करने के बावजूद किसान ऋण के बोझ तले दबे हुए हैं।" उन्होंने 'बीती रात हो गई भोर, चलो किसानों राज की ओर' के नारे के साथ किसानों से विधानसभा और लोकसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का आह्वान किया, ताकि वे अपने अधिकारों के लिए कानून बना सकें।
बैठक में प्रदेश संयोजक सत्यनारायण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष मुसद्दीलाल यादव, प्रदेश महामंत्री सुंदरलाल भावरिया, प्रदेश मंत्री रतन खोखर, बत्ती लाल बैरवा, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश बिजारणियां, युवा प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी, जिलाध्यक्ष दूदू बलदेव महरिया, जिलाध्यक्ष नीमकाथाना कैप्टन बलदेव यादव, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र क्रांतिकारी खेरथल, जिला अजमेर प्रहलाद, जिलाध्यक्ष टोंक गोपीलाल डोडवाड़ी सहित अन्य नेताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने राजनीतिक दलों, जाति, धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर किसानों को एकजुट होने का आह्वान किया।