टोंक जिले के देवली उनियारा में विधानसभा उपचुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की ओर से मालपुर एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नरेश मीणा के गिरफ्तारी के बाद राजस्थान के कई जिलों में बवाल मचा हुआ है। ऐसे में पुलिस ने टोंक के साथ बूंदी और कोटा जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
आगजनी में 30 से ज्यादा वाहन और कई घर जल गए। ग्रामीण और 14 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। 60 से ज्यादा उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की शुक्रवार को कोर्ट में पेशी है, जिसके मद्देनज़र पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
आरएएस एसोसिएशन की पेन डाउन हड़ताल जारी, मुख्यमंत्री शर्मा से शुक्रवार को मुलाकात
राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) एसोसिएशन ने शुक्रवार को भी पेन डाउन हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर खराड़ी ने बताया कि आज मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की जाएगी। जब तक यह बैठक नहीं होती, हड़ताल जारी रहेगी। यह हड़ताल एसडीएम अमित चौधरी पर हुए हमले के विरोध में गुरुवार से शुरू हुई है, जिसे अन्य कर्मचारी संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है।
नरेश मीणा की कोर्ट में पेशी आज, सुरक्षा कड़ी
निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की शुक्रवार को कोर्ट में पेशी है, जिसके मद्देनज़र पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। उनके समर्थकों द्वारा किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए समरावता और अलीगढ़ कस्बों में एसटीएफ जवानों की तैनाती की गई है। गुरुवार को गिरफ्तारी के बाद नरेश मीणा को टोंक और फिर पीपलू ले जाया गया, जहां उन्हें रातभर पीपलू थाने में रखा गया।
पृष्ठभूमि: एसडीएम पर हमला और हड़ताल का कारण
देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावता गांव में उपचुनाव के दौरान मतदान का बहिष्कार किया गया था। इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने अधिकारियों पर जबरन मतदान कराने का आरोप लगाया और एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इस घटना के विरोध में आरएएस अधिकारियों ने पेन डाउन हड़ताल शुरू की है।