रामगढ़ विधानसभा सीट पर भाजपा द्वारा सुखवंत सिंह को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद जय आहूजा के समर्थकों ने कड़ा विरोध जताया है। जय आहूजा, जो कि ज्ञानदेव आहूजा के भतीजे हैं, को टिकट का प्रमुख दावेदार माना जा रहा था। भाजपा की टिकट सूची में सुखवंत सिंह का नाम आने के बाद आहूजा समर्थकों ने रविवार को बैठक बुलाई।
बैठक में समर्थकों ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर जय आहूजा को टिकट नहीं मिला, तो वे भी चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। समर्थकों का कहना था कि रामगढ़ को जय आहूजा की आवश्यकता है और जिनको टिकट दिया गया है, वे इस क्षेत्र को सही से नहीं संभाल सकते। बैठक के अंत में सभी समर्थकों ने एकजुटता जताई और कहा कि जो भी निर्णय होगा, उसमें वे साथ रहेंगे और कोई धोखा नहीं देगा।
रामगढ़ सीट पर भाजपा में आंतरिक कलह बढ़ती जा रही है। जय आहूजा के समर्थन में पांच मंडल अध्यक्षों ने इस्तीफा देने का ऐलान किया है। जय आहूजा ने बताया कि बगड़ तिराहा मंडल अध्यक्ष मुकेश, बड़ौदा मेव मंडल अध्यक्ष बालकिशन जैन, रामगढ़ मंडल अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा, बगड़ के पूर्व मंडल अध्यक्ष जेपी भाई, और गोविंद मंडल अध्यक्ष रवि सनातनी ने अपने पदों से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। साथ ही नौगावां मंडल अध्यक्ष रमेश और अन्य पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने भी इस्तीफा सौंपने की तैयारी कर ली है।
इन इस्तीफों के बाद रामगढ़ में भाजपा के लिए संकट गहरा गया है। समर्थकों का कहना है कि यदि जय आहूजा को टिकट नहीं दिया गया, तो पार्टी को इसका बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।