राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। 16 अक्टूबर को कांग्रेस वार रूम में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डोटासरा ने कहा कि सरकार इस मामले में कोई ठोस निर्णय लेने में असमर्थ दिख रही है। उन्होंने मांग की कि अगर इस भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करना है तो तुरंत निर्णय लिया जाना चाहिए, ताकि योग्य उम्मीदवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार जनता की समस्याओं की अनदेखी करते हुए विदेश दौरों में व्यस्त है। उन्होंने कहा, "यह सरकार सर्कस की तरह काम कर रही है," और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को उनके वादों पर खरे नहीं उतरने के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मंगलवार को शिक्षा विभाग ने कुछ तबादले किए, लेकिन तीन घंटे के भीतर ही उन्हें निरस्त कर दिया गया। डोटासरा ने सवाल उठाया कि अगर तबादले निरस्त करने थे तो पहले क्यों किए गए, और इसके बारे में सरकार कोई स्पष्टीकरण देने को तैयार नहीं है।
नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा की आलोचना करते हुए डोटासरा ने कहा कि उन्होंने दो दिन पहले साहवरण पार्षदों की सूची जारी की थी, जिसे बाद में वापस ले लिया गया। डोटासरा ने इसे सरकार की अस्थिरता का प्रतीक बताया और चुटकी लेते हुए कहा, "यह क्या हो रहा है? कोई आदेश जारी करता है और फिर उसे वापस ले लेता है।" उनके अनुसार, यह अस्थिर रवैया जनता के कामकाज में रुकावट डाल रहा है और प्रशासनिक व्यवस्था को कमजोर कर रहा है।
डोटासरा ने भाजपा सरकार में जनता की समस्याओं के निवारण के लिए ठोस व्यवस्था की कमी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में संगठन स्तर पर जनता की शिकायतों को सुना और हल किया जाता था। इसके विपरीत, भाजपा सरकार में जनता की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है, जिससे जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
आगामी उपचुनाव को लेकर डोटासरा ने विश्वास व्यक्त किया कि कांग्रेस नेता एकजुट होकर भाजपा को हराने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि नागौर से इंडिया गठबंधन के सांसद हनुमान बेनीवाल से कांग्रेस का कोई मतभेद नहीं है और सभी नेता मिलकर भाजपा को पराजित करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।