राजस्थान के पूर्व डीजीपी और पूर्व राज्यसभा सांसद डॉक्टर ज्ञान प्रकाश पिलानिया का रविवार को जयपुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। डॉ. पिलानिया का अंतिम संस्कार सोमवार को जयपुर में किया जाएगा। उनके पुत्र नवीन पिलानिया आमेर से राजपा के विधायक रह चुके हैं। डॉक्टर पिलानिया के निधन पर कांग्रेस और भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
डॉ. ज्ञान प्रकाश पिलानिया को उनके कार्यकाल के दौरान पुलिस सुधारों के लिए जाना जाता था। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने जाट आरक्षण आंदोलन की अगुवाई की, जिसके तहत जाटों को ओबीसी में शामिल करने के लिए लंबे संघर्ष का नेतृत्व किया। बाद में वे बीजेपी में शामिल हुए और पार्टी से दो बार राज्यसभा सांसद बने।
डॉ. पिलानिया का जन्म 18 फरवरी 1932 को एक किसान परिवार में हुआ था और 1955 में वे आईपीएस बने। उन्होंने "एनलाइटन ग्वार्नमेंट इन मॉडर्न इंडिया" और "हेरिटेज ऑफ सवाई जयसिंह" जैसी किताबें भी लिखी हैं।