अजमेर: संभाग के सबसे बड़े अस्पताल, जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के नवनिर्मित पीडियाट्रिक ब्लॉक में बच्चों के इलाज के लिए बेहतर सुविधाओं को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गुरुवार को एक समन्वय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शिंदे स्वाति ने की।
बैठक में चर्चा का मुख्य विषय बच्चों की चिकित्सा सुविधाओं में सुधार और ट्रांसपोर्ट सुविधा को लेकर था। डॉ. शिंदे ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार की योजना के तहत एक वर्ष तक के बीमार बच्चों को अस्पताल लाने और वापस ले जाने के लिए एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। यदि सरकारी एम्बुलेंस (108 और 104) समय पर उपलब्ध नहीं हो पाती है, तो निजी एम्बुलेंस को किराए पर लेकर बच्चों को यह सुविधा दी जाएगी। इस योजना का उद्देश्य नवजात और बीमार बच्चों को त्वरित और सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
नव निर्मित शिशु रोग विभाग (पीडियाट्रिक ब्लॉक) में एनआईसीयू (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) और पीआईसीयू (बाल गहन चिकित्सा इकाई) के सुचारू संचालन के लिए चिकित्सा उपकरणों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए गए। इस संबंध में चिकित्सा अधिकारियों ने पर्याप्त चिकित्सा और नर्सिंग स्टाफ की नियुक्ति की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि मरीज बच्चों को सही देखभाल मिल सके।
डॉ. शिंदे ने यह भी कहा कि नए वार्ड में बच्चों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा प्रहरियों की पर्याप्त संख्या में नियुक्ति आवश्यक है, और इस पर चिकित्सालय प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देना होगा।
बैठक में डॉ. पुखराज गर्ग, डॉ. कमल सोनी, और उप अधीक्षक डॉ. अमित यादव ने भी भाग लिया। उन्होंने वार्ड में भर्ती मरीज बच्चों के लिए आवश्यक वस्तुओं जैसे डायपर, ट्यूब, और कपड़ों की खरीदारी पर जोर दिया। बैठक में यह भी तय किया गया कि इन सभी आवश्यक वस्तुओं की खरीद जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से शीघ्रता से की जाएगी।
यह सुनिश्चित किया गया कि नए शिशु रोग वार्ड में इलाज के लिए भर्ती बच्चों को हर संभव बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जाए और उनके परिवहन के लिए समय पर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जाए।