Friday, 20 September 2024

खाटूश्यामजी तक ट्रेन से पहुंच सकेंगे भक्त: रींगस-खाटू रेलवे ट्रैक का निर्माण शुरू, मार्च 2026 तक काम होगा पूरा


खाटूश्यामजी तक ट्रेन से पहुंच सकेंगे भक्त: रींगस-खाटू रेलवे ट्रैक का निर्माण शुरू, मार्च 2026 तक काम होगा पूरा

खाटूश्यामजी: देशभर से आने वाले श्याम भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब भक्त रींगस से सीधे खाटूश्यामजी तक ट्रेन से पहुंच सकेंगे, क्योंकि रींगस से खाटू तक 17.49 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक बिछाने की तैयारी हो रही है। इस परियोजना पर 254.07 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। अभी तक देशभर से ट्रेन से आने वाले भक्तों को रींगस रेलवे स्टेशन पर उतरना पड़ता था और वहां से बस या अन्य वाहनों से खाटूश्यामजी मंदिर तक जाना पड़ता था। भक्तों की इस असुविधा को देखते हुए रेलवे ट्रैक और स्टेशन बनाने का निर्णय लिया गया है।

बाबा श्याम की थीम पर बनेगा रेलवे स्टेशन

नया खाटूश्यामजी रेलवे स्टेशन चारण मैदान से 100 मीटर दूर केरपुरा-लामियां रोड के पास बनेगा। स्टेशन का निर्माण बाबा श्याम के मंदिर की थीम पर किया जाएगा। इसका प्रवेश द्वार मंदिर के गुंबद जैसा होगा, जिससे श्रद्धालुओं को धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव मिलेगा। इसके अलावा, स्टेशन पर शेखावाटी से जुड़ी पेंटिंग्स भी स्टेशन की सुंदरता में चार चांद लगाएंगी।

स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं और बड़ा पार्क

स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने एक बड़ा पार्क होगा, जिसमें बीचों-बीच एक फाउंटेन लगाया जाएगा। पार्क के दोनों ओर पार्किंग की व्यवस्था होगी, ताकि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। स्टेशन के अंदर स्टॉल्स, पैसेंजर वेटिंग एरिया और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी, जिससे यात्रियों को आरामदायक अनुभव मिल सके।

मंदिर से स्टेशन की दूरी

खाटूश्यामजी रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी करीब 1.5 किलोमीटर होगी, जो इतनी कम है कि भक्त पैदल ही मंदिर तक जा सकेंगे। भक्त मंदिर में दर्शन करने के बाद आसानी से वापस स्टेशन तक पैदल यात्रा कर सकेंगे।

भक्तों को मिलेगा बड़ा लाभ

यह परियोजना भक्तों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी, क्योंकि अब उन्हें रींगस से खाटू तक जाने के लिए बस या अन्य वाहनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इससे यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित होंगी और खाटूश्यामजी आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी वृद्धि होने की संभावना है। रेलवे स्टेशन का यह नया रूप भक्तों के लिए खाटूश्यामजी की यात्रा को और भी खास बना देगा।

रींगस से खाटू तक सीधी ट्रेन सेवा: 2026 तक पूरा होगा काम

रींगस से खाटूश्यामजी के बीच सीधा रेलवे ट्रैक बिछाने की योजना पर काम शुरू हो गया है, जिससे भक्तों को यात्रा में और अधिक सुविधा मिलेगी। वर्तमान में रींगस से खाटूश्यामजी के बीच कोई रेलवे स्टेशन नहीं है, लेकिन इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद ट्रेन सीधे खाटूश्यामजी रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी।

रींगस से खाटूश्यामजी का सफर: 15-25 मिनट

रींगस से खाटूश्यामजी तक की दूरी 17.49 किलोमीटर है, जिसे ट्रेन 15 से 25 मिनट में तय करेगी। अब भक्तों को रींगस स्टेशन पर उतरकर बस या अन्य वाहन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस सुविधा से यात्रा समय में काफी बचत होगी और भक्तों को खाटूश्यामजी के दर्शन के लिए आसान यात्रा मिलेगी।

मार्च 2026 में पूरा होगा प्रोजेक्ट

इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की डेडलाइन मार्च 2026 तय की गई है। प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद ट्रैक पर ट्रेन का ट्रायल किया जाएगा और उम्मीद है कि मई-जून 2026 तक यहां से ट्रेन सेवाओं का संचालन शुरू हो जाएगा। रेलवे का लक्ष्य होगा कि इस रूट पर अधिक से अधिक ट्रेनों को जोड़ा जाए, ताकि दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

खाटूश्यामजी-सालासर-सुजानगढ़ रेल लाइन की मंजूरी

रेलवे ने खाटूश्यामजी से सालासर और सुजानगढ़ तक नई रेल लाइन बिछाने के लिए भी डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने की मंजूरी दे दी है। यह प्रोजेक्ट शेखावाटी के दो महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों खाटूश्यामजी और सालासर को आपस में जोड़ देगा। डीपीआर तैयार होने के बाद इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलते ही काम शुरू होगा।

रींगस रेलवे स्टेशन पर 70 ट्रेनों का ठहराव

वर्तमान में रींगस रेलवे स्टेशन पर लगभग 70 ट्रेनों का ठहराव है। यहां से उदयपुर, दिल्ली, इंदौर, बीकानेर, रामेश्वरम, फिरोजपुर, फुलेरा, रेवाड़ी, कोटा, हिसार, बांद्रा, चंडीगढ़, हैदराबाद, जयपुर, तिरुपति, जैसलमेर, अजमेर, सीकर, श्रीगंगानगर, मदार, प्रयागराज, बठिंडा, चूरू, साबरमती, हरिद्वार, भावनगर, भिवानी, टनकपुर, गुवाहाटी सहित अन्य कई प्रमुख शहरों के लिए ट्रेनें मिलती हैं।

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