भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने 30 जुलाई मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से शिष्टाचार मुलाकात की। मुलाकात के बाद प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ अपनी नई राजनीतिक जिम्मेदारियां को निभाने के लिए बेताब हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पूरा आशीर्वाद देते हुए नई पारी को सफल बनाने के लिए शुभकामनाएं दी है।
निश्चित तौर पर भाजपा की राजनीति में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के स्वेच्छा से पद छोड़ने के बाद मदन राठौड़ को यह नई जिम्मेदारी केंद्रीय नेतृत्व में प्रदान की है। 3 अगस्त को मदन राठौड़ भाजपा के प्रदेश कार्यालय पर आयोजित होने वाले पद ग्रहण समारोह में नया कारोबार संभालेंगे। इस अवसर पर प्रदेश के कार्यकर्ता और नेता जयपुर पहुंचेंगे।
मदन राठौड़ के सामने सत्ता और संगठन में बेहतर समन्वय स्थापित करना एक चुनौती का काम होगा। साफ सुथरी राजनीति करने वाले मदन राठौड़ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष का भी आशीर्वाद मिला है।
सीपी जोशी ने अपने कार्यकाल में नई सरकार बनाने का श्रेय प्राप्त किया। उन्होंने सभी वर्ग के नेताओं को साथ लेकर संगठन को सक्रिय और मजबूत बनाने का काम किया। उनकी कार्यशैली को लेकर किसी ने भी सवाल नहीं उठाए अल्पकाल में उन्होंने संगठन को आगे बढ़ने का काम किया। उन्होंने कुछ खट्टे मीठे अनुभव के साथ पार्टी केंद्रीय नेतृत्व निर्णय को लागू किया। भाजपा के अध्यक्ष मदन राठौड़ को सीपी जोशी ने यह आश्वासन भी दिया कि वे संगठन को सक्रिय और मजबूत बनाने में उनका पूरा सहयोग करेंगे।
पश्चिमी राजस्थान की राजनीति से आने वाले मदन राठौड़ प्रधानमंत्री के करीबी और पसंदीदा नेता है। यही कारण है कि उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया और अब प्रदेश अध्यक्ष की नई जिम्मेदारी देकर यह जताने का प्रयास किया कि वे आने वाले समय में पार्टी को मजबूत और आगे बढ़ने का काम करेंगे। राजस्थान में भाजपा की सरकार है और आने वाले समय में कई राजनीतिक नियुक्तियां की भी बात सामने आएगी मदन राठौड़ ने यह तो स्पष्ट कर दिया कि वे सत्ता के साथ मिलकरअनुभवी औरअच्छे कार्यकर्ताओं को सरकार के निगम और बोर्ड की जिम्मेदारी देने का प्रयास करेंगे। निश्चित तौर परयह चुनौतीभरा काम है लेकिन स्वच्छ राजनीति करने वाले मदन राठौड़ केंद्रीय नेतृत्व की सलाह पर ही निर्णय करेंगे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सहयोगी बनने का प्रयास करेंगे काम चुनौतीपूर्ण है। बजट में कई घोषणाएं की गई है इसको धरातल पर कैसे उतरा जाए और लोगों तक इसका लाभ अधिक से अधिक कैसे मिले इस पर भी बड़ी कार्य योजना बनाने की जरूरत है।सत्ता और संगठन में बेहतर तालमेल के लिए भाजपा सरकार के कामकाज को पारदर्शी बनाने की कार्य योजना भी बनानी पड़ेगी। आने वाले समय में पांच विधानसभा के उप चुनाव भी सत्ता और संगठन के लिए पहली चुनौती होगी इसमें पार्टी की सफलता के लिए दोनों में तालमेल ज़रूरी है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा संगठन के व्यक्ति हैं वे जानते हैं कि संगठन के बिना सत्ता को सफल बनाना संभव नहीं है। मदन राठौड़ 3 अगस्त को अपना कार्यभार संभालने के बाद निश्चित तौर पर कुछ नया करने की उम्मीद के साथ बदलाव करेंगे। प्रदेश और जिलों के संगठन में बदलाव की जरूरत है और यह बदलाव आपसी समन्वय से होगा तो निश्चित तौर पर संगठन और सत्ता के बेहतर परिणाम मिलने की आशा है। मदन राठौड़ को संगठन की बागडोर संभालने के लिए हम शुभकामनाएं देते हैं कि वह अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रहे।