



भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने विपक्षी दलों पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि घुसपैठियों, नकली वोट और मृत वोट की पैरवी करना न केवल गलत है, बल्कि यह पूरी तरह गैर–संवैधानिक और गैर–कानूनी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भारत के लोकतांत्रिक ढांचे में किसी भी विदेशी या फर्जी मतदाता को स्थान नहीं दिया जा सकता। चुनाव आयोग द्वारा शुरू की गई SIR (Supplementary Integrated Revision) प्रक्रिया का उद्देश्य ऐसे अवैध वोटों की पहचान कर उन्हें डिलीट करना है।
जयपुर में भाजपा प्रदेश कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में चुघ ने कहा कि इस प्रक्रिया का दूसरा चरण देश के 12 राज्यों में जारी है और यह लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है। तरुण चुघ ने इस दौरान उन राजनीतिक दलों—DMK, TMC और राहुल गांधी के नेतृत्व वाले INDI गठबंधन—की आलोचना की जो, उनके अनुसार, घुसपैठियों को भारत की सत्ता चुनने का अधिकार देना चाहते हैं। चुघ ने इसे लोकतंत्र में “जहर घोलने” जैसा कदम बताया और कहा कि कोई भी पार्टी विदेशी मतदाताओं की पैरवी नहीं कर सकती क्योंकि यह संविधान और कानून का सीधा उल्लंघन है।
प्रेस वार्ता में चुघ ने वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर आयोजित हो रहे राष्ट्रीय कार्यक्रमों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम भारत की स्वतंत्रता का प्रेरक गीत रहा है, जिसके एक–एक शब्द से मातृभूमि के प्रति समर्पण और राष्ट्रभक्ति झलकती है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 नवंबर को वंदे मातरम का गायन कर देशव्यापी कार्यक्रमों की शुरुआत की, जिसके पहले ही दिन सामूहिक गायन का ऐतिहासिक नजारा पूरे देश में देखने को मिला।
कार्यक्रमों की आगे की श्रृंखला में देश के हर जिले में सार्वजनिक स्थानों, शहीद स्मारकों और ऐतिहासिक धरोहरों पर सामूहिक वंदे मातरम गायन का आयोजन होगा। विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में भी विशेष आयोजन किए जाएंगे। चुघ ने कहा कि इन कार्यक्रमों में स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत के विचार को भी प्रमुखता दी जा रही है। स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने और स्वदेशी प्रणालियों को अपनाने की अपील भी इन आयोजनों का हिस्सा है।
बिहार चुनाव पर बोलते हुए चुघ ने कहा कि बिहार की जनता ने दादागिरी, जंगलराज और चारा घोटाले जैसी राजनीति को सज़ा दी है। उन्होंने विश्वास जताया कि 14 नवंबर के परिणाम प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार की नीतियों के प्रति जनता के समर्थन को और स्पष्ट करेंगे। उन्होंने विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम को जनता द्वारा पहले ही खारिज किए जाने की बात कही।