कोटा। कोटा जिले से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री भरत सिंह का सोमवार रात जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में निधन हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और अस्पताल में उपचाराधीन थे।
भरत सिंह के निधन से कांग्रेस पार्टी और उनके समर्थकों में गहरा शोक व्याप्त है। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह 11 बजे उनके पैतृक गांव कुंदनपुर में किया जाएगा।
भरत सिंह चार बार विधायक रहे और अपनी ईमानदार छवि व बेबाक बयानों के लिए पहचाने जाते थे। सत्ता में रहते हुए भी उन्होंने कई बार अपनी ही सरकार की नीतियों पर खुलकर सवाल उठाए थे।
वे साल 2003 से 2013 तक लगातार दस साल तक दीगोद (सांगोद) विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। साल 2003 में उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता ललित किशोर चतुर्वेदी को हराकर सुर्खियां बटोरी थीं। इसके बाद 2018 में सांगोद से चुनाव जीतकर चौथी बार राजस्थान विधानसभा में पहुंचे।
भरत सिंह का राजनीतिक जीवन अनुशासन और स्पष्टवादिता से जुड़ा रहा। उनकी राजनीति का केंद्र सदैव जनता के मुद्दे और विकास कार्य रहे।