जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने रविवार को कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता और शिकायतों पर कड़ा रुख अपनाया। जयपुर में आयोजित ‘मन की बात’ कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए राठौड़ ने स्पष्ट कहा कि अगर किसी कार्यकर्ता को काम करवाना है या कोई समस्या है, तो उसे स्वयं आकर संपर्क करना होगा। यह उचित नहीं है कि कोई घर बैठे समस्या का समाधान चाहे।
उन्होंने कहा—"मैं हर दिन कार्यालय में बैठता हूं और सभी से मिलता हूं। उनकी बातों को सरकार तक पहुंचाने का कार्य भी करता हूं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी नियमित जनसुनवाई करते हैं। ऐसे में कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे सक्रियता से भाग लें और अपनी बात खुलकर रखें।"
राठौड़ ने कहा—"देखिए, आपके घर आकर आपको कोई पूछे, यह उम्मीद करना ठीक नहीं है। अगर काम करवाना है, तो संपर्क करना पड़ेगा। घर बैठकर नाराजगी जताने से कुछ नहीं होगा।"
यह बयान उस पृष्ठभूमि में आया है जब पार्टी कार्यकर्ता लगातार मंचों पर अपनी उपेक्षा और कार्यों के नहीं होने को लेकर नाराजगी जता रहे हैं। शनिवार को प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल की बैठक में भी कार्यकर्ताओं ने यही मुद्दा प्रमुखता से उठाया था।