जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित 19 वें राज्य स्तरीय सांख्यिकी दिवस समारोह में कहा कि सांख्यिकी केवल आंकड़ों का विज्ञान नहीं बल्कि सुशासन और नीति निर्धारण का मूल आधार है, जिससे जन-आकांक्षाओं की पूर्ति संभव होती है। उन्होंने सटीक, पारदर्शी और उपयोगी आंकड़ों के आधार पर 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रदेश सरकार के संकल्प को दोहराया।
मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रोफेसर पी.सी. महालनोबिस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे भारतीय सांख्यिकी तंत्र के मुख्य शिल्पी थे, जिनका योगदान नीति निर्माण में आज भी प्रासंगिक है। इस वर्ष का आयोजन "नेशनल सैंपल सर्वे के 75 साल" की थीम पर आधारित रहा, जिसने नीति और कार्यक्रम निर्माण में ऐतिहासिक भूमिका निभाई है।
सीएम शर्मा ने समारोह के दौरान 'एसडीजी वेबसाइट 2.0' का शुभारंभ किया और 'स्टैटिस्टिकल ईयरबुक 2025' व 'राजस्थान एसडीजी स्टेटस रिपोर्ट 2025' का विमोचन किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 68 नए ब्लॉक सांख्यिकी कार्यालय और 8 नए जिलों में नए सांख्यिकी कार्यालयों की स्थापना की जा रही है, जिससे राज्य का आंकड़ा तंत्र अधिक मजबूत होगा। उन्होंने 'SDG कोऑर्डिनेशन एंड एक्सीलरेशन सेंटर' की स्थापना की घोषणा का भी ज़िक्र किया, जो सतत् विकास लक्ष्यों की दिशा में राज्य को गति प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री शर्मा ने इस अवसर पर जयपुर जिला कलेक्टर जितेंद्र सोनी सहित 16 अधिकारियों/कर्मचारियों को 'प्रोफेसर पीसी महालनोबिस सांख्यिकी पुरस्कार' से सम्मानित किया। कार्यक्रम में सांख्यिकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी व गणमान्य जन उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री शर्मा ने अंत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सांख्यिकी के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर है, और राजस्थान भी इस दिशा में सटीक व गुणवत्तापूर्ण आंकड़ों के जरिए अग्रणी राज्य बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।