जयपुर के बजाज नगर इलाके में स्थित अर्जुन नगर अंडरपास के पास एक ज्वेलरी शोरूम में डकैती की कोशिश के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। इस सनसनीखेज वारदात का मास्टरमाइंड ऑनलाइन गेमिंग का आदी था और उस पर भारी कर्ज हो गया था। कर्ज चुकाने के लिए उसने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से अपने दोस्तों को बुलाया और मिलकर डकैती की साजिश रची। वारदात को अंजाम देने के लिए रेंट पर कार ली गई थी, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।
16 जून को डकैती की यह कोशिश हुई थी, लेकिन शोरूम मालिक की सतर्कता और भिड़ंत के चलते बदमाशों को भागना पड़ा। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी ईस्ट तेजस्वनी गौतम के निर्देशन में विशेष टीम गठित की गई, जिसने घटना स्थल व आसपास के 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। सीसीटीवी जांच के दौरान रेंटल कार की पहचान हुई, जिसे जयपुर की एक कार रेंटल एजेंसी से कन्हैया मौर्य और राहुल यादव ने लिया था।
इस सुराग के आधार पर कन्हैया मौर्य, राहुल यादव और शिवम प्रजापति को गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया। तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया, जिसमें से कन्हैया को दोबारा रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में संदीप कुमार जाटव और सुदेश जाटव की संलिप्तता उजागर हुई, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली है। पूरा मामला बताता है कि किस तरह ऑनलाइन गेमिंग की लत युवाओं को अपराध के रास्ते पर ले जा रही है।