प्रतापगढ़ जिले में होटल व्यवसायी अजय सिंह उर्फ कदम सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार कुख्यात ब्याज माफियाओं को गिरफ्तार किया है। इन पर मृतक को 10% मासिक की अवैध ब्याज दर पर कर्ज देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का गंभीर आरोप है।
पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार बंसल ने बताया कि 19 जून को मृतक के भाई राजेंद्र सिंह राजपूत द्वारा थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की। एसपी के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबतसिंह, सीओ गजेंद्र सिंह राव और थानाधिकारी लक्ष्मण लाल मीणा के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया।
जांच के दौरान मृतक के मोबाइल से मिले तकनीकी साक्ष्य अहम साबित हुए। पुलिस ने विजय धोबी, ओमप्रकाश धोबी (दोनों मानपुरा), जगदीश लौहार (मानपुरा), और समशेर उर्फ पुलिस पठान (गोरधनपुरा, हथुनिया) को गिरफ्तार किया। ये चारों आरोपी अवैध रूप से अत्यधिक ब्याज दर पर ऋण देकर धमकी और दबाव के जरिए रकम वसूलते थे।
चारों आरोपियों को रविवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। रिमांड अवधि में पुलिस मृतक के द्वारा दिए गए चेक, अन्य दस्तावेज़ों और इनके नेटवर्क से जुड़े लोगों की जानकारी जुटाएगी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस गिरोह के अन्य सदस्य कौन-कौन हैं और कितने लोगों को इसी तरह प्रताड़ित किया गया है।
पुलिस की अपील: प्रतापगढ़ पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि अवैध सूदखोरी से डरकर आत्महत्या जैसा कदम न उठाएं। कोई भी व्यक्ति अगर ब्याज माफियाओं द्वारा प्रताड़ित हो रहा है तो वह संबंधित पुलिस थाना या पुलिस कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप नंबर 9530436498 पर शिकायत दर्ज करवा सकता है। उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम: थानाधिकारी लक्ष्मण लाल मीणा, एएसआई लोकेंद्र सिंह, अमृतलाल, श्यामलाल, कांस्टेबल मुकेश कुमार, विक्रम, कैलाश चंद, महावीर, अर्पित, खेमचंद, मानसिंह, राजवीर और रमेश कुमार की टीम ने इस महत्वपूर्ण गिरफ्तारी में योगदान दिया।