अहमदाबाद विमान हादसे में दुखद रूप से जान गंवाने वाले गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का अंतिम संस्कार सोमवार रात राजकोट के रामनाथ पारा श्मशान घाट में राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
अंतिम यात्रा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल, गुजरात के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, और अन्य कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। रूपाणी के पार्थिव शरीर को राजकोट के निर्मला रोड स्थित प्रकाश सोसाइटी से शाम 7:30 बजे अंतिम यात्रा के रूप में रवाना किया गया, जो 9:45 बजे श्मशान घाट पहुंची। अंतिम संस्कार 10 बजे पूर्ण विधि विधान से हुआ। अंतिम यात्रा मार्ग पर हजारों लोग श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़े और घरों की छतों से फूल बरसाकर अपने प्रिय नेता को विदाई दी।
सोमवार शाम जब रूपाणी का पार्थिव शरीर उनके राजकोट स्थित निवास पर अंतिम दर्शन के लिए लाया गया, तब अमित शाह समेत अन्य नेताओं ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। रूपाणी को 21 तोपों की सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। इससे पूर्व सुबह अहमदाबाद में रूपाणी का पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा गया, जिसे चार्टर्ड फ्लाइट से राजकोट लाया गया था।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने रूपाणी की पत्नी अंजलीबेन और बेटे ऋषभ से मिलकर संवेदना व्यक्त की। पूरे गुजरात में उनके निधन से शोक की लहर दौड़ गई है और राजनीतिक-सामाजिक जगत में इसे अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।