पुष्कर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुष्कर से ‘वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान’ का व्यापक संदेश देते हुए कहा कि जल का कोई विकल्प नहीं है, जल है तो कल है। उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि जल संरक्षण को एक जन आंदोलन के रूप में अपनाएं और प्रदेश को ‘हरियालो राजस्थान’ बनाने में योगदान दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस जन अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य जन-जागरूकता, भागीदारी और स्थायी जल स्रोतों का संरक्षण है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने तीर्थराज पुष्कर में ब्रह्मा घाट पर विधिवत पूजन एवं जलाभिषेक कर अभियान की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने ब्रह्मा मंदिर में पूजा-अर्चना की और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत सिंदूर का पौधरोपण भी किया।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए राज्य सरकार ने जल आत्मनिर्भरता को लक्ष्य बनाकर योजनाबद्ध ढंग से कार्य करना प्रारंभ किया है। रामजल सेतु लिंक परियोजना, यमुना जल समझौता, इंदिरा गांधी नहर, देवास परियोजना, माही बांध, और सोम-कमला-अंबा जैसी योजनाएं इस दिशा में महत्वपूर्ण मील के पत्थर हैं।
मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि राज्य में अगले चार वर्षों में 45 हजार जल संरक्षण संरचनाएं बनाई जाएंगी। इसके लिए ‘कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान के तहत प्रवासी राजस्थानी भी सहयोग कर रहे हैं। इस वित्तीय वर्ष में ही हर जिले में 125 संरचनाओं के निर्माण का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि अब तक 7 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं और आगामी वर्षाकाल में 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने बावड़ियां, तालाब, जोहड़ और कुएं जैसी पारंपरिक जल संरचनाओं की महत्ता पर भी प्रकाश डाला और कहा कि वंदे गंगा अभियान के तहत इनका पुनरुद्धार और सफाई कार्य शुरू किया है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने अजमेर जिले में 553 जल संरचनाओं (₹13.51 करोड़) एवं 176 संरचनाओं (₹9.61 करोड़) का लोकार्पण**, साथ ही विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास व उद्घाटन किया। उन्होंने राजीविका की महिलाओं द्वारा बनाए गए ईको-फ्रेंडली उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और महिलाओं को तुलसी पौधे भेंट किए।
मुख्यमंत्री शर्मा ने पुष्कर को एक भव्य धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए 127 करोड़ और 38 करोड़ की परियोजनाओं की घोषणा भी की, जिसमें ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर, घाटों का नवीनीकरण, सूचना केंद्र व मेला मैदान का निर्माण शामिल है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष ओमप्रकाश भड़ाना, विधायक अनीता भदेल, रामस्वरूप लांबा, पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाड़िया,सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और आमजन उपस्थित रहे।