गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने शनिवार को पीलूपुरा में गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर समाज से सीधा संवाद करते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य समाज के मुद्दों का समाधान करना है, न कि उन्हें लटकाना।
बेढम ने कहा कि, “मेरी उपस्थिति में अब तक जितने भी आंदोलन हुए, सभी में मैंने समझाइश की भूमिका निभाई। पिछली सरकार में जो समझौते हुए, उसमें न मैं शामिल था, न उनकी पालना की कोई सूचना मुझे है। लेकिन अब जब नई सरकार बनी है, और मैं भी विधायक बना हूं, मेरा मानना है कि समाज की बात आंदोलन से नहीं, कलम की ताकत से आगे बढ़ेगी।”
उन्होंने बताया कि विजय बैंसला के साथ व्यक्तिगत रूप से बैठक कर लंबित मुकदमों पर चर्चा की गई थी। "मेरे सामने 60 मुकदमे थे, जिनमें से 17 मुकदमे मैंने कलम से खत्म किए। बाद में 5 और मुकदमे निपटाए गए। फिर 16 और निपटाए। इस तरह कुल 38 मुकदमे अभी तक समाप्त हो चुके हैं, और शेष सभी पर भी सरकार काम कर रही है।"
बेढम ने भावुक होते हुए कहा, “मैं धरनास्थल पर इसलिए आया हूं क्योंकि ये बच्चे हमारे अपने हैं। मेरा घर सबके लिए खुला है। सरकार हमेशा वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन जब सरकार खुद ही आपकी है, तो धूप में बैठने की क्या जरूरत है?”
उन्होंने स्पष्ट कहा, “महापंचायत और आंदोलन तब किए जाते हैं जब सरकार मना कर दे। अगर सरकार, मुख्यमंत्री और मैं खुद मना कर दूं, तब समाज जो कहेगा वह किया जाएगा। लेकिन जब सरकार का पूरा ध्यान समाज पर है, तो समस्या को बैठकर सुलझाना ज्यादा बेहतर रास्ता है।”