जयपुर। जयपुर में शनिवार को ऑपरेशन शील्ड के तहत ड्रोन हमले की संभावित स्थिति को लेकर एक विशेष मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट अभ्यास आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त निर्देशों के तहत किया जा रहा है, जिसमें राहत और बचाव के लिए पूर्वाभ्यास किया जाएगा।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नागरिकों से अपील की है कि वे ब्लैक आउट के दौरान सहयोग करें और अपने घरों, कार्यालयों और वाहनों की लाइट बंद रखें। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल चिह्नित परिधि क्षेत्र में ब्लैक आउट रहेगा और बाहर की सामान्य गतिविधियां यथावत रहेंगी।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (दक्षिण) संतोष मीणा ने बताया कि गृह मंत्रालय के निर्देश पर आयोजित इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में नागरिक और प्रशासन की तैयारियों का परीक्षण करना है। ड्रिल के दौरान सायरन बजने की आवाज जहां तक पहुंचेगी, वहां तक ब्लैक आउट की स्थिति बनाई जाएगी।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सायरन बजने पर घबराने की आवश्यकता नहीं है। नागरिकों को घरों के भीतर रहना है, बत्तियां बुझा देनी हैं, और माचिस, टॉर्च, मोबाइल की फ्लैश लाइट आदि का उपयोग नहीं करना है। सायरन दो प्रकार के होंगे— एक ऊंची-नीची आवाज में खतरे की सूचना और दूसरी एकसमान आवाज में खतरे के समाप्त होने की सूचना।
ड्रिल के दौरान यदि किसी भवन से रोशनी बाहर आती हो तो वहां काले कागज का उपयोग कर उसे ढंका जाए। सड़कों पर चल रहे वाहनों को रोका जाएगा और उनसे लाइट बंद कर वहीं रुकने का अनुरोध किया जाएगा। सिविल डिफेन्स वार्डन और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना आवश्यक होगा।
सभी नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे अफवाहों से बचें, रेडियो या मोबाइल पर सरकारी अलर्ट पर ध्यान दें, और शरणस्थल की जानकारी पहले से प्राप्त कर लें।
जिला प्रशासन ने यह भी निर्देश दिया है कि नागरिक ट्रैफिक नियमों, आपदा प्रबंधन कर्मियों और पुलिस के निर्देशों का पूरी गंभीरता से पालन करें ताकि ड्रिल को सफल बनाया जा सके।