अजमेर। सनातन धर्म रक्षा संघ अजयमेरू, राजस्थान द्वारा महान राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप की जयंती इस वर्ष साधु-संतों के सान्निध्य में अत्यंत भव्य, आध्यात्मिक और राष्ट्रभक्ति भाव से सम्पन्न की जाएगी। संघ के अध्यक्ष एवं पूर्व न्यायाधीश अजय शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम राजनीतिक प्रभाव से पूर्णतः मुक्त रहेगा और केवल धार्मिक-सांस्कृतिक चेतना को समर्पित होगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ 29 मई कोप्रातः 6:00 बजे पुष्कर घाटी स्थित महाराणा प्रताप स्मारक पर किया जाएगा। सूर्य की प्रथम किरण के साथ महाराणा प्रताप की प्रतिमा को भगवद्भाव से शॉल ओढ़ाकर, पुष्पमालाओं से अलंकृत किया जाएगा, तत्पश्चात स्मारक की राष्ट्रभक्ति गीतों के साथ परिक्रमा की जाएगी।
इस अवसर पर देशभर से पधारे संत-महात्माओं द्वारा "शस्त्र, शौर्य, समर्पण एवं सनातन धर्म की रक्षा" विषय पर विशेष उद्बोधन होगा, जिसमें महाराणा प्रताप के जीवन दर्शन और आदर्शों को आधुनिक युग में प्रासंगिक बनाने पर बल दिया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराणा प्रताप जयंती समारोह समिति के अध्यक्ष धर्मेश जैन करेंगे। इस मौके पर हल्दीघाटी की पावन मिट्टी से सभी कार्यकर्ताओं का तिलक किया जाएगा — यह प्रतीक होगा उस बलिदान, त्याग और निष्ठा का, जिसने महाराणा प्रताप को भारत के इतिहास में अमर बना दिया।
राष्ट्रभक्ति गीतों की संगीतमय प्रस्तुति इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसायटी के संरक्षक डॉ. लाल थदानी और उनकी टीम द्वारा दी जाएगी, जो समारोह को भावनात्मक ऊंचाई देगी।
सन्यास आश्रम के प्रभारी आलोक महेश्वरी अपनी टीम के साथ प्रभात फेरी और राष्ट्रीय भक्ति भजनों के माध्यम से पूरे आयोजन को ऊर्जावान और आध्यात्मिक गरिमा से भरपूर बनाएंगे।
यह आयोजन निश्चित रूप से युवाओं और समाज को प्रेरणा, धार्मिक चेतना और राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत करेगा।