राजस्थान में साइबर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें पाकिस्तान से जुड़ी सिम कार्ड्स का उपयोग कर 15 करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन किया गया। इस मामले में असम पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और भारतीय सेना की गजराज मिलिट्री इंटेलिजेंस की संयुक्त कार्रवाई 'ऑपरेशन घोस्ट सिम' के तहत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, आरोपी सद्दीक पुत्र धन्ना को राजस्थान के डीग के सीकरी इलाके से गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से मिली सिम कार्ड्स पाकिस्तान में सक्रिय थीं और असम के फर्जी पते के दस्तावेजों के जरिए जम्मू-कश्मीर से खरीदी गई थीं। इन सिम कार्ड्स का उपयोग व्हाट्सएप अकाउंट्स बनाने और साइबर ठगी के लिए किया जा रहा था।
इस रैकेट के तहत 948 फर्जी सिम कार्ड्स बरामद किए गए हैं, जिन्हें फर्जी दस्तावेजों के जरिए सक्रिय किया गया था। इन सिम कार्ड्स का उपयोग भारत में साइबर ठगी और पाकिस्तान में व्हाट्सएप अकाउंट्स बनाने के लिए किया जा रहा था। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि इस रैकेट का नेटवर्क असम, राजस्थान और तेलंगाना तक फैला हुआ था। इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 14 अन्य को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अनजान व्हाट्सएप कॉल्स का जवाब न दें, क्योंकि ये फर्जी सिम कार्ड्स से किए जा सकते हैं।