राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार रात अचानक मौसम ने करवट ली और तेज आंधी-तूफान के चलते शहर के सुखाड़िया सर्किल पर स्थित पार्क में पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया की प्रतिमा पर एक बड़ा पेड़ गिर गया। इसके चलते प्रतिमा जमीन पर गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई।
तेज हवाओं से गिरी इस ऐतिहासिक प्रतिमा को लेकर प्रशासन की निष्क्रियता पर अब सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों और कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि दोपहर तक भी नगर निगम और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
घटना की जानकारी मिलते ही कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और मोहनलाल सुखाड़िया के पुत्र अरुण सुखाड़िया मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद इस विषय में उदयपुर शहर विधायक और संबंधित अधिकारियों को अवगत करा दिया है। इसके बावजूद नगर निगम का कोई अधिकारी अब तक स्थल पर नहीं पहुंचा।
अरुण सुखाड़िया ने नगर निगम पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा,
"जिस महान नेता के नेतृत्व में राजस्थान ने प्रगति की राह पकड़ी, उनकी प्रतिमा के गिरने पर भी प्रशासन का मौन रहना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह न सिर्फ एक प्रतिमा का मामला है, बल्कि राज्य के गौरव और स्मृति से जुड़ा विषय है।"
कांग्रेस के अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी दोपहर को स्थल पर पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। स्थानीय लोगों ने भी नगर निगम से जल्द प्रतिमा की मरम्मत और उचित सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है।