जयपुर। जयपुर में गर्भ में पल रहे शिशु के लिंग परीक्षण (जेंडर डिटेक्शन) के लिए प्रतिबंधित पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। PCPNDT (गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक) एक्ट टीम ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए आरोपी अमिताभ भादुरी (45) को गिरफ्तार किया है। वह पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का रहने वाला है और जयपुर में 6.25 लाख रुपए में मशीन बेचने पहुंचा था।
PCPNDT सेल के एमडी डॉ. अमित यादव ने बताया कि सूचना मिली थी कि देश के विभिन्न राज्यों में चीनी पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीनों की अवैध बिक्री हो रही है। ये मशीनें भ्रूण लिंग परीक्षण में इस्तेमाल की जाती हैं, जो भारत में कानूनन प्रतिबंधित है। सूचना मिलने पर टीम ने सोर्स के जरिए आरोपी से संपर्क साधा और ग्राहक बनकर सौदा तय किया। सौदे के तहत मशीन की कीमत 6.25 लाख रुपए रखी गई।
डील फाइनल होते ही आरोपी जयपुर पहुंचा, जहां PCPNDT टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बरामद की गई, जिसकी कीमत बाज़ार में 7 से 10 लाख रुपए तक बताई जा रही है। यह मशीन चीन में बनी हुई है और भारत में प्रतिबंधित है। मशीन तस्करी के माध्यम से भारत लाई जाती है।
गिरफ्तारी के बाद कोलकाता में बैठे गिरोह के सरगना और कंपनी पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है, जिसके लिए स्थानीय पुलिस और प्रशासन को सूचित किया गया है।
यह कार्रवाई न केवल एक गंभीर सामाजिक अपराध को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह PCPNDT एक्ट के तहत लिंग चयन के खिलाफ राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।