Monday, 03 March 2025

विधानसभा में आरएलडी विधायक डॉ.सुभाष गर्ग के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव, विपक्ष का हंगामा, वाक आउट, विशेषाधिकार हनन समिति को मामला सौपा


विधानसभा में आरएलडी विधायक डॉ.सुभाष गर्ग के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव, विपक्ष का हंगामा, वाक आउट, विशेषाधिकार हनन समिति को मामला सौपा

विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर विधानसभा में हंगामा, विपक्ष ने कहा- यह लोकतंत्र की हत्या

जयपुर राजस्थान विधानसभा में सोमवार को आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया गया, जिस पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय का विरोध करते हुए सदन से वाक आउट किया।

सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने आरोप लगाया कि सुभाष गर्ग ने 24 फरवरी को विधानसभा में भरतपुर के लोहागढ़ क्षेत्र के निवासियों को नोटिस दिए जाने के मामले को गलत तरीके से पेश किया। उन्होंने कहा कि गलत तथ्य देकर विधानसभा का समय जाया करना विशेषाधिकारों का हनन है। साथ ही, उन्होंने इसे जनता में भय फैलाने की साजिश करार दिया।

भरतपुर में 26831वर्ग मीटर भूमि 5-7 बड़े रसूख वाले लोगों का कब्जा, 26 करोड़ की भूमि 3.75 करोड़ में बेची: सुभाष गर्ग

राष्ट्रीय लोकदल के विधायक डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोगों द्वारा मेरे पर गलत आरोप लगाए गए हैं।उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि भरतपुर में 26831वर्ग मीटर भूमि 5-7 बड़े रसूख वाले लोगों का कब्जा था। जिसकी कीमत आज 26 करोड रुपए हैलेकिन गुपचुप समझौता कर 3.75 करोड़ में भेज दी गई। उन्होंने कहा कि इसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट मेंसदन या समिति के समक्ष पेश कर दूंगा । उन्होंने कहा आर्कियोलॉजी डिपार्टमेंट के माध्यम से 22 लोगों को नोटिस दिया गया है। 20 साल बाद भरतपुर में सड़कों को क्यों चौड़ा किया जा रहा है इससे कई लोग पीड़ित रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस मार्ग में सरकारी कार्यालय,कन्या महाविद्यालय और कईसंस्थान के कार्यालय को बनाने की अनुमतिआर्कियोलॉजी डिपार्टमेंट द्वारा क्यों दी गई।

विपक्ष का जोरदार विरोध, कांग्रेस ने बताया लोकतंत्र पर हमला

विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव का कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया और सदन में जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा किअगर इस तरह किसी विधायक द्वारा उठाए गए मुद्दे के आधार पर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाया जाएगा, तो कोई भी विधायक अपने क्षेत्र के मामलों को सदन में नहीं उठा सकेगा। क्या अब सत्ता पक्ष विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाएगा?

जूली ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगरयह सिलसिला शुरू हुआ तो कल को आप विधायकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाने लगेंगे। इससे सिर्फ विपक्ष ही नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष के विधायक भी डरेंगे और सदन में अपने क्षेत्र के मुद्दे नहीं उठा सकेंगे। यह लोकतंत्र की हत्या के समान है।

कांग्रेस विधायकों ने जताई नाराजगी

कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा, हरिमोहन शर्मा, उपनेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा समेत कई विधायकों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। कांग्रेस विधायकों ने कहा कि अगर विपक्ष की आवाज को इस तरह दबाया जाएगा, तो लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।

कांग्रेस के विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, लेकिन सरकार इसे कमजोर करने की कोशिश कर रही है। अगर किसी विधायक द्वारा अपने क्षेत्र के मुद्दे उठाने पर विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाएगा, तो यह लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ होगा।

क्या है भरतपुर लोहागढ़ नोटिस विवाद?

आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग ने 24 फरवरी को विधानसभा में भरतपुर के लोहागढ़ क्षेत्र में रहने वाले लोगों को नोटिस भेजने का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि प्रशासन लोगों को बेवजह परेशान कर रहा है और उनके मकानों को तोड़ने की धमकी दी जा रही है।

सरकार ने इसे भ्रामक सूचना करार देते हुए दावा किया कि ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया और गर्ग ने जनता को गुमराह किया। इसी के आधार पर सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया।

विपक्ष ने प्रस्ताव का विरोध किया और सरकार पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया।सरकार ने विपक्ष पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।इस मुद्दे पर सदन में और ज्यादा विवाद होने की संभावना है।अगर प्रस्ताव आगे बढ़ा, तो विपक्ष बड़े स्तर पर प्रदर्शन कर सकता है।

विधानसभा में आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जबरदस्त टकराव हुआ। विपक्ष ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया, जबकि सत्ता पक्ष ने जनता को गुमराह करने का मामला करार दिया। आने वाले दिनों में यह विवाद और गहरा सकता है और सदन में जोरदार बहस देखने को मिल सकती है।


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