जयपुर राजस्थान में सर्कुलर इकोनॉमी और 3R (रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल) को बढ़ावा देने के लिए 12 वें RRR फोरम का आयोजन 3 से 5 मार्च तक जयपुर में हो रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में इस फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में कचरा प्रोसेसिंग की क्षमता को 21 लाख मैट्रिक टन से बढ़ाकर 45 लाख मैट्रिक टन करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही ग्रीन बजट के तहत 27,854 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को लागू किया जा रहा है, जिससे सतत विकास लक्ष्यों (SDG) को बढ़ावा मिलेगा।
250 करोड़ की लागत से सर्कुलर इकोनॉमी पार्क विकसित किया जाएगा।
लैंडफिल साइट्स से 88 लाख क्यूबिक मीटर कचरे का निष्पादन किया गया।
वेस्ट टू एनर्जी योजना के तहत जैविक उर्वरक और आरडीएफ (रिफ्यूज डेराइव्ड फ्यूल) के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
पानी के पुनः उपयोग के लिए ट्रीटेड वॉटर नीति बनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री सद्भावना केंद्रों के माध्यम से नागरिकों को अनुपयोगी वस्तुओं को दान करने और पुनः उपयोग करने की सुविधा दी जा रही है।
फोरम में 38 देशों से 1000 से अधिक प्रतिनिधि, नीति निर्माता, उद्योग जगत के नेता, शिक्षाविद और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। यह आयोजन आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के स्वच्छ भारत मिशन-शहरी द्वारा किया जा रहा है, जिसमें जापान के पर्यावरण मंत्रालय, यूएन ईएससीएपी, यूएनसीआरडी और यूएनडीईएसए सहयोग कर रहे हैं।
जापान के पर्यावरण मंत्री केइइचिरो असाओ ने इस फोरम में कहा कि भारत के नेतृत्व में सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के प्रयास महत्वपूर्ण हैं और इस साझेदारी से वैश्विक स्तर पर स्थायी विकास को बढ़ावा मिलेगा।
इंडिया पवेलियन: भारत में सर्कुलर इकोनॉमी की पहल और उपलब्धियों का प्रदर्शन।
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भारत में यह दूसरी बार है जब RRR फोरम का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले 2018 में इंदौर में इसका आयोजन हुआ था। पिछले साल 2023 में कंबोडिया ने इस फोरम की मेजबानी की थी।
राजस्थान सरकार इस फोरम को एक मौका मानकर राज्य में पर्यावरण-संवेदनशील विकास की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। इसके ज़रिए सर्कुलर इकोनॉमी, वेस्ट मैनेजमेंट और सतत विकास लक्ष्यों को मजबूती मिलेगी।