सिक्किम प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, गंगटोक, सिक्किम के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत ने मोनी अमावस्या के पावन अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ में पवित्र संगम स्नान किया। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सविता देवी रावत, पुत्र केदार रावत और लीलाधर रावत भी उपस्थित थे।
प्रो. रावत ने गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाई और करोड़ों श्रद्धालुओं के साथ इस धार्मिक आयोजन में भाग लिया।
20 किलोमीटर पैदल यात्रा के बाद लिया संगम स्नान: प्रो. रमेश कुमार रावत और उनके परिवार ने प्रयागराज बस पार्किंग बछेड़ी, पुल नंबर 139 से संगम तक करीब 20 किलोमीटर की यात्रा पैदल तय की।
इस यात्रा को पूरा करने में उन्हें लगभग 7 घंटे लगे।इस दौरान वे कई मंदिरों, आश्रमों और अखाड़ों में भी गए और संतों का आशीर्वाद लिया।
उन्होंने बताया कि हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में पहले आयोजित महाकुंभ मेलों में भी वे शामिल हो चुके हैं और इस बार प्रयागराज कुंभ का अनुभव बेहद दिव्य और अद्भुत रहा।
बस से जयपुर से प्रयागराज पहुंचे श्रद्धालु: प्रो. रावत अपने गृह नगर चोमू, जयपुर, राजस्थान से पंडित महेश शास्त्री, ओम बर्रा और कई अन्य श्रद्धालुओं के साथ बस से प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने इस अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आयोजन में शामिल होकर आध्यात्मिक शांति का अनुभव किया।
कुंभ मेले की दिव्यता और संतों का आशीर्वाद: प्रो. रावत ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ का आध्यात्मिक महत्व अद्वितीय है। उन्होंने अनेक संत-महात्माओं से भेंट की और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया। इस पावन अवसर पर धर्म और संस्कृति के प्रति अपनी आस्था को और मजबूत करने का संकल्प लिया।