जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) 2025 में पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहिंदर अमरनाथ ने अपनी क्रिकेट करियर से जुड़े कई विवादित मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई को उनके 'अमरनाथ' सरनेम से दिक्कत थी।
"मेरे पिता (लाला अमरनाथ) को भी इसी नाम की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा था और फिर मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ। अगर हमारा सरनेम कुछ और होता, तो शायद हमें टीम से बाहर नहीं किया जाता," अमरनाथ ने कहा।
चयनकर्ताओं के फैसलों पर उठाए सवाल: बीसीसीआई की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए अमरनाथ ने कहा कि बड़े फैसले केवल मजबूत चयनकर्ता ही ले सकते हैं। अगर चयनकर्ता खुद बेहतरीन खिलाड़ी नहीं रहे हैं, तो वे मजबूत फैसले नहीं ले पाएंगे," उन्होंने कहा। "रोहित शर्मा और विराट कोहली के बारे में फैसला कोई मजबूत चयनकर्ता ही ले सकता है," उन्होंने चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर पर तंज कसते हुए कहा।
भारतीय क्रिकेट में पारदर्शिता की जरूरत:अमरनाथ ने कहा कि भारतीय क्रिकेट में चयन प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि चयनकर्ताओं को खिलाड़ियों के प्रदर्शन को निष्पक्ष रूप से आंकना चाहिए, न कि नाम या व्यक्तिगत पसंद-नापसंद के आधार पर।
उन्होंने कहा कि "क्रिकेट सिर्फ प्रतिभा और मेहनत से आगे बढ़ना चाहिए, न कि सरनेम देखकर फैसला होना चाहिए।"