मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संवेदनशील निर्णय लेते हुए बाढ़ और ओलावृष्टि से प्रभावित 21 जिलों के किसानों को राहत प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री शर्मा ने 5897 गांवों को अभावग्रस्त घोषित करते हुए एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष) से कृषि आदान अनुदान वितरण की मंजूरी दी है। इस निर्णय से प्राकृतिक आपदाओं के कारण नुकसान झेल रहे किसानों को राहत और सहारा मिलेगा।
खरीफ फसल नुकसान का आकलन और गांवों की पहचान: मानसून वर्ष 2024 (संवत् 2081) के दौरान बाढ़ और ओलावृष्टि से हुए फसल नुकसान के आकलन के लिए मुख्यमंत्री ने गिरदावरी के निर्देश दिए थे। जिला कलेक्टरों द्वारा प्रस्तुत गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर 5897 गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया गया।
अभावग्रस्त घोषित गांवों की सूची: इस निर्णय के तहत जिन जिलों में 33 प्रतिशत या उससे अधिक फसल नुकसान हुआ है, वे हैं: बून्दी: 486 गांव,नागौर: 67 गांव,धौलपुर: 58 गांव,झालावाड़: 61 गांव, सवाई माधोपुर: 2 गांव,बारां: 1 गांव,अजमेर: 592 गांव,भरतपुर: 418 गांव,कोटा: 345 गांव,टोंक: 865 गांव,बीकानेर: 45 गांव,बांसवाड़ा: 817 गांव,बालोतरा: 10 गांव,फलौदी: 207 गांव,पाली: 155 गांव,हनुमानगढ़: 49 गांव,डीग: 258 गांव,जोधपुर: 262 गांव,ब्यावर: 626 गांव,भीलवाड़ा: 564 गांवऔर श्रीगंगानगर: 2 गांव शामिल है।
कृषि आदान अनुदान वितरण: अभावग्रस्त घोषित गांवों के किसानों को एसडीआरएफ मानकों के अनुसार कृषि आदान अनुदान का वितरण किया जाएगा। यह राहत प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी और उनके लिए बड़ा सहारा साबित होगी।
मुख्यमंत्री शर्मा के इस संवेदनशील निर्णय के बाद अब आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग द्वारा अधिसूचना जारी की जाएगी। उम्मीद है कि यह कदम राज्य के किसानों के लिए आर्थिक स्थिरता और आशा का संबल बनेगा।