ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स के मौके पर मंगलवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से दरगाह में चादर पेश की गई। चादर पेश कर देश में अमन-चैन, शांति और भाईचारे की दुआ मांगी गई। इस मौके पर खड़गे का संदेश भी पढ़ा गया।
कांग्रेस नेताओं की दरगाह पर दस्तारबंदी और स्वागत: खड़गे की चादर लेकर राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली अजमेर पहुंचे। दरगाह पहुंचने पर ख्वाजा साहब के खादिमों ने नेताओं का स्वागत किया और दस्तारबंदी की।
इसके बाद दरगाह में खड़गे की चादर पेश कर अमन-चैन और भाईचारे की दुआ मांगी गई। राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने खड़गे का संदेश पढ़कर सुनाया।
मल्लिकार्जुन खड़गे का संदेश: खड़गे ने अपने संदेश में कहा:"ख्वाजा गरीब नवाज की बारगाह से पूरी दुनिया को प्यार, भाईचारे और कौमी एकता का संदेश जाता है। हमारे देश की गंगा-जमुनी तहजीब और भाईचारे की जड़ें इतनी गहरी हैं कि चंद झोंकों और विकृत सोच के लोगों द्वारा इन्हें हिलाया नहीं जा सकता।"
उन्होंने 2025 को महात्मा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की शताब्दी का साल बताते हुए कहा: "महात्मा गांधी ने नफरत और भेदभाव के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया था। हमें उनकी विचारधारा को जीवित रखना है। आज नफरत फैलाने वाले लोग चिंता का विषय हैं, लेकिन ख्वाजा की दरगाह से हमें शांति और भाईचारे का संदेश देना चाहिए।"
राजनीतिक संदेश और अमन की अपील: खड़गे ने कहा कि देश में नफरत फैलाने वालों को सत्ता दल का समर्थन मिल रहा है। यह समाज को बांटने की साजिश है। लेकिन यदि हमारे दिलों में भाईचारा और मोहब्बत होगी, तो ये साजिशें कभी सफल नहीं होंगी।
उन्होंने दुआ की कि:"मुल्क में हमेशा अमन, शांति, प्यार और सदियों पुरानी गंगा-जमुनी तहजीब कायम रहे।"
दरगाह की ऐतिहासिक परंपरा का निर्वाहन: राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से दशकों से ख्वाजा साहब की दरगाह पर चादर भेजी जा रही है। यह परंपरा प्यार, सेवा और भाईचारे का प्रतीक है।