पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के चार साल बाद केंद्र सरकार ने उनकी स्मृति में दिल्ली में एक स्मारक बनाने की घोषणा की है। स्मारक के लिए राष्ट्रीय स्मृति कॉम्प्लेक्स में उपयुक्त स्थान तय किया जाएगा। हाल ही में, सरकार ने इस संबंध में प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जीको पत्र लिखकर सूचना दी।
प्रणब मुखर्जी का योगदान और सम्मान:प्रणब मुखर्जी का निधन 31 अगस्त 2020 को हुआ था। उन्होंने 2012 से 2017 के बीच भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। उनके लंबे राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव ने भारतीय लोकतंत्र को नई दिशा दी। उनका स्मारक उनकी उपलब्धियों और देश के प्रति उनके योगदान को सम्मानित करने की पहल है।
शर्मिष्ठा मुखर्जी का आभार: शर्मिष्ठा मुखर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उनके इस निर्णय के लिए धन्यवाद दिया। इस मुलाकात की तस्वीर और सरकार का पत्र उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया। शर्मिष्ठा ने लिखा, "पीएम मोदी को इस पहल के लिए आभार। मुझे इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी।"
उन्होंने आगे कहा, "बाबा कहते थे, राजकीय सम्मान कभी मांगना नहीं चाहिए। यह हमेशा ऑफर होना चाहिए। पीएम ने मेरे बाबा की यादों को सम्मान देने के बारे में सोचा। इससे बाबा को तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि वे सम्मान और अपमान से ऊपर चले गए हैं, लेकिन उनकी बेटी को जो खुशी मिली है, वह शब्दों में बयान नहीं की जा सकती।"
स्मारक की योजना:स्मारक के निर्माण के लिए केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्मृति कॉम्प्लेक्स में जगह ढूंढने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह स्मारक पूर्व राष्ट्रपति की स्मृति और उनके योगदान को सहेजने के उद्देश्य से तैयार किया जाएगा।