मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली के बीकानेर हाउस में भाजपा के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के लिए विशेष ब्रेकफास्ट का आयोजन किया। हालांकि, इस कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद भजनलाल जाटव गलती से पहुंच गए, जिसके पीछे आवासीय आयुक्त कार्यालय की निमंत्रण देने में हुई चूक जिम्मेदार बताई जा रही है।
बीकानेर हाउस में आयोजित ब्रेकफास्ट के लिए केवल भाजपा सांसदों को आमंत्रित किया जाना था। लेकिन आवासीय आयुक्त अंजू ओम प्रकाश के कार्यालय ने गलती से राजस्थान के सभी सांसदों को फोन कर न्योता भेज दिया।
जब गलती का अहसास हुआ, तो आवासीय आयुक्त कार्यालय ने कांग्रेस सांसदों को तुरंत फोन कर कार्यक्रम में न आने के लिए कहा।
इस बीच करौली-धौलपुर से कांग्रेस सांसद भजनलाल जाटव कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। जब उन्हें दूसरी बार मना करने के लिए फोन किया गया, तब तक वे बीकानेर हाउस पहुंच चुके थे और फोन रिसीव नहीं कर पाए थे।
सूत्रों के मुताबिक, ब्रेकफास्ट कार्यक्रम में भाजपा सांसदों की उपस्थिति के बीच भजनलाल जाटव खुद को काफी असहज महसूस कर रहे थे। हालांकि, उन्हें विनम्रतापूर्वक यह बताया गया कि यह कार्यक्रम केवल भाजपा सांसदों के लिए है।
बीकानेर हाउस में इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में जोरदार चर्चा छेड़ दी है। कई लोग इसे एक प्रशासनिक चूक मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे राजनीतिक संकेतों के रूप में देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा आयोजित यह ब्रेकफास्ट कार्यक्रम भाजपा सांसदों के बीच रणनीतिक संवाद के उद्देश्य से किया गया था।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह कदम भाजपा सांसदों के साथ सामंजस्य और संवाद बढ़ाने के उद्देश्य से था। लेकिन निमंत्रण में हुई चूक ने इस कार्यक्रम को लेकर एक अलग ही चर्चा का माहौल बना दिया।