कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट इन दिनों हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों के प्रचार में जुटे हुए हैं। रेवाड़ी और महेन्द्रगढ़ में आयोजित चुनावी रैलियों के दौरान पायलट ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में एलजी के माध्यम से डबल इंजन सरकार चलाई, लेकिन अब जब चुनाव की बारी आई है, तो अपने कामकाज की बजाय पाकिस्तान का सहारा लेने लगे हैं।
हरियाणा में कुमारी शैलजा को लेकर मचे सियासी घमासान पर पायलट ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस में गुटबाजी कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा, "हमारी पूरी लीडरशिप का एकमात्र लक्ष्य जनता को भाजपा के 10 साल के कुशासन से निजात दिलाना है। शैलजा जी हमारी वरिष्ठ नेता हैं, और बीजेपी इस पर सियासी चालें चल रही है। भाजपा को पहले अपने घर की गुटबाजी को संभालना चाहिए।"
पायलट ने भाजपा के 'वन नेशन वन इलेक्शन' के मुद्दे को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "बीजेपी सरकार ने यह शिगूफा छोड़ कर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की है। हालात यह हैं कि सरकार हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के साथ महाराष्ट्र और झारखंड में भी चुनाव करवाने में असमर्थ है। यह मुद्दा केवल लोगों को भ्रमित करने के लिए लाया गया है।"
पायलट ने जम्मू-कश्मीर में भाजपा के चुनावी रणनीति पर कहा कि "भाजपा ने अपने उम्मीदवार INDIA गठबंधन के वोटों में बिखराव करने के लिए खड़े किए हैं। लेकिन चुनाव मैनिफेस्टो और सरकार के प्रदर्शन पर लड़ना चाहिए, न कि पाकिस्तान को बार-बार चुनाव में लाने का प्रयास करना चाहिए।"
जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर पायलट ने कहा कि भाजपा ने बिना चुनाव के एलजी के माध्यम से डबल इंजन की सरकार चलाई और सारे फैसले किए। अब दस साल बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश से वहां चुनाव हो रहे हैं। "हम जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
पायलट ने कहा, "जब कांग्रेस गरीबों की मदद करने की बात करती है, तो भाजपा हम पर 'रेवड़ियां बांटने' का आरोप लगाती है। लेकिन खुद चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कह सकते हैं। अमित शाह और भाजपा नेताओं पर जनता को भरोसा नहीं है। लोग समझदार हैं और वे कांग्रेस के गठबंधन को जिताकर अपने भविष्य की चिंता कर रहे हैं।"