बाड़मेर जहां एक ओर देश के युवा ऑनलाइन गेम की लत के चलते अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं और कई मामलों में सुसाइड जैसे गंभीर कदम उठा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बाड़मेर के एक सरकारी अध्यापक चुतराराम पर आरोप लगे हैं कि वे युवाओं को ऑनलाइन गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में चुतराराम युवाओं की बैठक लेकर उन्हें इस गेम को खेलने से करोड़पति बनने की सलाह देते नजर आ रहे हैं।
विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार यह घटना बाड़मेर की है, जहां सरकारी अध्यापक चुतराराम ने युवाओं के साथ एक मीटिंग के दौरान ऑनलाइन गेम का प्रचार किया और दावा किया कि इस गेम को खेलने से करोड़पति बना जा सकता है। इस पर स्थानीय लोग और अभिभावक बेहद नाराज हैं। कई लोगों ने इस मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि एक शिक्षक, जिसका कर्तव्य बच्चों को सही मार्गदर्शन देना है, अगर वह ऐसे गेम्स का प्रचार करेगा तो यह समाज और खासकर बच्चों के लिए बेहद खतरनाक है।
चुतराराम को लेकर आलोचना करते हुए लोग कह रहे हैं कि उन्हें अपने स्कूल के बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए, न कि इस तरह के ऑनलाइन गेम्स का प्रचार करना। साथ ही, इस घटना से शिक्षा विभाग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, जो ऐसे मामलों पर सिर्फ कागजी आदेशों तक सीमित दिखाई दे रहा है।
बढ़ते हुए ऑनलाइन गेम की लत और उससे जुड़े नकारात्मक परिणामों को देखते हुए, कई लोगों का मानना है कि सरकार और शिक्षा विभाग को इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और छात्रों को सही मार्गदर्शन देने की आवश्यकता है, ताकि वे इस तरह की लत से दूर रह सकें।