Wednesday, 05 February 2025

हिंदुस्तान की फिल्म मेकर आज भी वर्ल्ड लेवल पर ना के बराबर है: अजीत राय


हिंदुस्तान की फिल्म मेकर आज भी वर्ल्ड लेवल पर ना के बराबर है: अजीत राय

देश के जाने-माने फिल्म समीक्षक अजीत राय ने जयपुर के आर्किटेक्ट और संस्कृति कर्मी अक्षत पांडे के सवालों का जवाब देते हुए देते हुए कहा कि हिंदुस्तान की फिल्म मेकर आज भी वर्ल्ड लेवल पर ना के बराबर है। वर्ल्ड सिनेमा में पॉलिटिक्स पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि दूसरे युद्ध के बाद ऐसी कई फिल्में बनी है जिसका प्रभावआज ही मौजूद है।अमेरिका सिविल वर पर बनीफिल्म द बर्थ आफ ए नेशन कल गौरव के संघर्ष पर बनी इस फिल्म के बाद अमेरिका के16 से 10 राज्यों में दंगे भड़के थे।

सिनेमा इंडिया इंटरनेशनल ट्रस्ट की ओर से जयपुर में राजनीति और वर्ल्ड सिनेमा विषय पर झालाना स्थित ऑफीसर्स क्लब में टॉक शो अजीत राय ने कहा कि 'कलर्स ऑफ द फ्लावर मून हिटलर पर चार्ली चैपलिन की द ग्रेट डिक्टेटर' जैसी कई फिल्मों के बारे में श्रोताओं को बताया। 1989 में जब बर्लिन की दीवार गिरी और कई बड़े परिवर्तन हुए उस पर 2003 में एक कॉमेडी फिल्म गुड बाय लेनिन का भी जिक्र किया।
अजीत राय ने कहा कि दुनिया में जितनी भी महान फिल्में बनी है। वो बिना पॉलिटिकल के तो बन ही नहीं सकती थी। चाहे कला का कोई सा भी क्षेत्र हो राजनीति अपना असर डालती ही है। ऐसे ही एक बहुत बड़े चित्रकार पर फिल्म बनी आफ्टर इमेज का भी जिक्र छेड़ा। 

अजीत राय ने कहा कितालिबान की फिल्म जो की सिद्धीक बर्मन के डायरेक्शन में बनी ओसामा और कंबोडिया की फिल्म द मिसिंग पिक्चर जैसी फिल्मों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा की धार्मिक कट्टरता पर भी ऐसी कई फिल्में बनी है जो आज भी अपना असर छोड़ती हैं। 

अजीत राय ने कहा कि ऐसी फिल्मों को देखकर आज भी रूह कांप जाती हैं। असल में यह वो फिल्में है जो लंबे समय बाद समाज पर अपना असर छोड़ती हैं।


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