जैसलमेर जिले के जैसलमेर शहर और केलक, काटोड़ी, पोकरण, रामदेवरा, मोहनगढ़ सहित अलग-अलग गांवों और शहर के अलग-अलग हिस्सों में बुधवार को नवरात्रा के मौके पर लोगों द्वारा पैकेट बंद 'मनपसंद' प्रोडक्ट व्रत का आइटम खाकर 200 से ज्यादा लोग बीमार होने से हड़कंप मच गया। फूड पॉइजनिंग के चलते लोगों की तबीयत खराब होने पर जवाहर अस्पताल में भर्ती कराया।
अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि पैकेट बंद आइटम खाने के बाद लोगों को उल्टियां, जी मचलाना, पेट में दर्द जैसी परेशानी होने लगी। जैसलमेर में 'मनपसंद' प्रोडक्ट से हुई फूड पॉइजनिंग की घटना के बाद एफडीए ने जैसलमेर सहित जोधपुर और अन्य जिलों में छापेमारी शुरू कर दी है। जैसलमेर के फूड सेफ्टी अधिकारी प्रवीण चौधरी ने बताया कि जोधपुर में मंडोर मंडी स्थित गोरांश ईंटरप्राइजेज के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 3298 किलो मनपसंद गोरांश ईंटरप्राइजेज से मिला है। इसके बाद नासिक से माल जाकर सप्लाई करने वाले अनुराग को जोधपुर से पकड़ा है। जैसलमेर में भी छापेमारी चल रही है।
जैसलमेर के जवाहिर अस्पताल में बुधवार शाम करीब पांच बजे एक-एक कर मरीजों का आना शुरू हुआ। लगातार मरीज आते रहे, इससे भीड़ बढ़ गई। । देर रात तक मरीजों का आना जारी था। शहर और ग्रामीण इलाकों से 100 से 200 मामले जिले भर में सामने आए हैं। व्रत के दौरान खाया जाने वाला 'भगर' खाने से सभी लोग बीमार हुए हैं। ये एक खास ब्रांड 'मनपसंद' का बताया जा रहा है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने सभी को चेतावनी दी है कि फिलहाल वे इस ब्रांड का 'भगर' खाना नहीं खाए।
घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के सभी अधिकारी, एडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एसपी, पुलिस स्टाफ, विधायक रूपाराम, पूर्व प्रधान अमरदीन, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता भी अस्पताल पहुंचे और मां मरीजों का सहयोग किया।