जोधपुर। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के पिता दाऊलाल वैष्णव का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम जोधपुर में वैष्णव समाज की पारंपरिक रीति से किया गया। परंपरा के अनुसार उनकी पार्थिव देह को बैठाकर उनके निवास स्थान से 'बैकुंठी' निकाली गई। यह विशिष्ट परंपरा वैष्णव समाज में चली आ रही है, जिसमें मृतक की पार्थिव देह को बैठाकर अंतिम यात्रा संपन्न की जाती है।
उनकी अंतिम यात्रा जोधपुर के नागौरी गेट क्षेत्र से होकर वैष्णव समाज के कागा स्थित श्मशान घाट तक पहुंची, जहां अश्विनी वैष्णव ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। इस भावुक क्षण में रेल मंत्री पूरे संयम और श्रद्धा के साथ धार्मिक रीति-रिवाज निभाते दिखे।
अंतिम संस्कार के अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और वरिष्ठ भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ सहित कई राजनीतिक व सामाजिक हस्तियां शोक संवेदना व्यक्त करने श्मशान घाट पहुंचीं। सभी ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और अश्विनी वैष्णव व उनके परिवार को सांत्वना दी।
दाऊलाल वैष्णव पाली जिले के जीवंद कला निवासी थे और बाद में जोधपुर में बस गए थे। वे वकील और कर सलाहकार के रूप में वर्षों तक सक्रिय रहे और अपने समाज में एक सम्मानित सरपंच और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान रखते थे।