बीकानेर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ के गुसांईसर बड़ा गांव में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार का सर्वोच्च ध्येय प्रदेश के हर परिवार और व्यक्ति को सशक्त और समृद्ध बनाना है। उन्होंने बताया कि 24 जून से 9 जुलाई तक चलने वाला यह पखवाड़ा समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की एक प्रभावी पहल है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथन "अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का उत्थान ही समग्र विकास की कुंजी है" का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने वंचितों की प्राथमिकता के अनुरूप नीति और कार्यक्रम तैयार किए हैं। शिविरों में नामांतरण, रास्ते, पानी की टंकी सफाई, पशु टीकाकरण और बिजली मरम्मत जैसे काम तत्परता से हो रहे हैं जिससे ग्रामीणों को एक ही स्थान पर सुविधाएं मिल रही हैं।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार महिला और युवा सशक्तीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने लखपति दीदी योजना, लाड़ो प्रोत्साहन योजना, कालीबाई भील स्कूटी योजना आदि का उल्लेख करते हुए बताया कि इन योजनाओं से नारी उत्थान को बल मिल रहा है। साथ ही बताया कि डेढ़ साल में 69,000 नियुक्तियाँ दी गई हैं और 1.88 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है — और यह सब बिना एक भी पेपर लीक के।
किसानों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि गोपाल क्रेडिट कार्ड, किसान सम्मान निधि, मूंगफली खरीद समय विस्तार, और ईआरसीपी जैसी योजनाओं के जरिए किसानों को सशक्त किया जा रहा है। उन्होंने घोषणा की कि 2027 तक दिन के समय में किसानों को बिजली देने का लक्ष्य है और गंगनहर व इंदिरा गांधी परियोजना के लिए 4,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि पंडित दीनदयाल गरीबी मुक्त गांव योजना के तहत 5,000 गांवों को BPL मुक्त करने का लक्ष्य है और 10,000 गांवों में सर्वे के जरिए लोगों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में 51 लाख नए परिवारों को जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने श्रीडूंगरगढ़ में ट्रोमा सेंटर स्थापित करने की घोषणा भी की, साथ ही पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बिना बजट के की गई घोषणा की आलोचना की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए कड़े कदमों की सराहना की।
समारोह में खाद्य मंत्री सुमित गोदारा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, विधायक सिद्धि कुमारी, और अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
राजस्थान में पहले पेपर लीक की घटनाओं से युवा खून के आंसू रोने को मजबूर थे, लेकिन पिछले डेढ़ वर्ष में हमारी सरकार ने पेपर लीक माफियाओं पर कड़ा शिकंजा कसा है। pic.twitter.com/i72nclMhne
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) July 8, 2025