जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को जयपुर के जवाहर नगर स्थित भामाशाह सम्मान समारोह में अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि हाथ की सफाई, जादूगरी और ईमानदारी से मेहनत करने में बड़ा अंतर होता है। उन्होंने दावा किया कि पिछली कांग्रेस सरकार जो काम पांच साल में नहीं कर पाई, वह हमारी सरकार ने सिर्फ डेढ़ साल में कर दिखाया है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि “जब मैं सच बोलता हूं तो विपक्ष को दर्द होता है, और अब मैं ये दर्द थोड़ा-थोड़ा बढ़ाना चाहता हूं।” उन्होंने बताया कि सरकार ने अब तक 88 हजार से अधिक विद्यार्थियों को लैपटॉप और टैबलेट वितरित किए हैं, जबकि पिछली सरकार ने पूरे कार्यकाल में महज 986 डिवाइस ही बांटे।
साइकिल और स्कूटी वितरण के आंकड़े साझा करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पूरे कार्यकाल में जहां 10.36 लाख साइकिल वितरित की थीं, वहीं हमारी सरकार ने डेढ़ साल में ही 10.50 लाख साइकिलें बांटी हैं। स्कूटी वितरण में भी वर्तमान सरकार कांग्रेस से आगे है।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान को अग्रणी बनाने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि दूसरे राज्यों में भी राजस्थानी लोगों की कार्यकुशलता और सेवा भावना की सराहना होती है।
जल संकट पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि शेखावाटी क्षेत्र के लिए यमुना जल समझौता किया गया है, जिसकी DPR तैयार हो रही है। हिंद महासागर की ओर बह जाने वाले पानी को टनल व एनीकट के माध्यम से राजसमंद, चित्तौड़गढ़ व उदयपुर तक लाया जाएगा।
बिजली के क्षेत्र में सरकार की प्रगति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2027 तक राजस्थान 24 घंटे बिजली देने में सक्षम होगा। पहली बार बिजली विभाग को 5,000 करोड़ का मुनाफा हुआ है। राइजिंग राजस्थान समिट में 35 लाख करोड़ के MOU हुए हैं, जिनमें से 4.25 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स जमीन पर उतर चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने 135 भामाशाहों को सम्मानित करते हुए कहा कि भामाशाहों की तरह समर्पण और सेवा की भावना रखने वाले लोग समाज को एक नई दिशा देते हैं। उन्होंने बताया कि 13 हजार स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, 14 हजार विद्यालयों में ICT लैब, 402 पीएम श्री विद्यालयों में पूर्व-प्राथमिक कक्षाएं, और स्वामी विवेकानंद स्कूलों में प्राथमिक स्तर पर शिक्षा की शुरुआत जैसे क्रांतिकारी कदम सरकार ने उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि 2.27 लाख बालिकाओं को 90 करोड़ रुपये DBT के माध्यम से गार्गी पुरस्कार और प्रोत्साहन योजनाओं के तहत दिए गए हैं। डेढ़ साल में 10.5 लाख साइकिलें, 88 हजार टैबलेट-लैपटॉप, और 30 हजार स्कूटी वितरित कर सरकार ने पिछली सरकार से कहीं अधिक काम किया है।
उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि आज के दानदाता आधुनिक युग के भामाशाह हैं जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार जनकल्याण के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। हमारी सरकार समाज की सेवा करने वाले हर व्यक्ति का इस तरह के आयोजनों के माध्यम से सम्मान भी करती है।
स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि भामाशाहों ने करोड़ों रुपये का दान देकर विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग निरंतर प्रगति कर रहा है। परीक्षा परिणाम पहले की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का तेजी से विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व और मार्गदर्शन में मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप-टैबलेट वितरण तथा बालिकाओं को साइकिल वितरण किया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार के तहत 2 लाख से अधिक बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिया गया है।
समारोह में मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में 1 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का सहयोग देने वाले 35 भामाशाहों को शिक्षा विभूषण सम्मान एवं 30 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का सहयोग देने वाले 100 भामाशाहों को शिक्षा भूषण सम्मान प्रदान किया। उन्होंने मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और बेंगलुरु में प्रवासी राजस्थानी शिक्षा सम्मेलन आयोजित करने वाले 15 प्रवासी राजस्थानी भामाशाहों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
शिविरा ई-बुलेटिन और भामाशाह प्रशस्ति पुस्तिका का किया गया विमोचन
इससे पहले मुख्यमंत्री शर्मा ने आरटीई के तहत कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों की फीस पुनर्भरण व ट्रांसपोर्ट वाउचर की एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि रिमोट का बटन दबाकर डीबीटी की। साथ ही, उन्होंने कक्षा 1 से 5 तक व संस्कृत शिक्षा की कक्षा 1 से 8 तक की नवीन पुस्तकों, शिविरा ई-बुलेटिन और भामाशाह प्रशस्ति पुस्तिका का विमोचन किया।
इस अवसर पर जिला प्रमुख श्रीमती रमा चोपड़ा, शासन सचिव स्कूल शिक्षा विभाग कृष्ण कुणाल, राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अभियान श्रीमती अनुपमा जोरवाल, प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट, आयुक्त मिड-डे मील विश्व मोहन शर्मा सहित सम्मानित भामाशाह, शिक्षाविद् तथा समाजसेवी उपस्थित रहे।