चित्तौड़गढ़-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेगूं थाना पुलिस ने शनिवार सुबह एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए डोडा चूरा की तस्करी कर रहे युवक व एक महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 137 किलो 30 ग्राम डोडा चूरा और तस्करी में प्रयुक्त कार को जब्त किया है। यह बेगूं थाना पुलिस की चार दिन में तीसरी बड़ी कार्रवाई है।
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि बेगूं थाना प्रभारी शिवलाल मीणा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उप निरीक्षक शिवराज, महिला सिपाही शर्मिला, सिपाही रमेश, धर्मेन्द्र, सुरेन्द्र, मनोहर, कमलेश, सुरेन्द्र मीणा, खेमाराम, भागीरथ व रतन सिंह के साथ मिलकर शनिवार तड़के 4 बजे मेनाल के निकट नाकाबंदी कर रखी थी। इस दौरान लाडपुरा की तरफ से आती एक संदिग्ध कार को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन चालक नाकाबंदी तोड़कर फरार हो गया।
पुलिस टीम ने तत्परता से पीछा करते हुए मेनाल-रावड़दा मार्ग पर कार को घेराबंदी कर रोका। वाहन की तलाशी में पुलिस को नौ कट्टों में भरा अधकुचला डोडा चूरा मिला, जिसका वजन 137.30 किलोग्राम था। पुलिस ने मौके से कार सहित माल जब्त कर दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रामकेश (40) पुत्र नोरीयाराम ब्राह्मण, निवासी ऋषि नगर, कैथल (हरियाणा) और चिक्की (28) पत्नी प्रिंस गुप्ता, निवासी अरबन स्टेट, अंबाला (हरियाणा) के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में रामकेश ने बताया कि महिला उसके दोस्त की पत्नी है और वह उसे घूमाने के बहाने 26 जून को चित्तौड़गढ़ लाया था। दोनों ने दो दिन तक होटल में रुककर चित्तौड़ दुर्ग का भ्रमण किया। वापसी के दौरान, महिला की उपस्थिति को ढाल बनाकर डोडा चूरा की तस्करी की योजना बनाई गई।
पुलिस का मानना है कि महिला की मौजूदगी से चेकिंग के दौरान संदेह कम होने की संभावना थी। हालांकि, नाकाबंदी के दौरान संदिग्ध गतिविधियों से सतर्क हुई पुलिस ने समय पर कार्रवाई कर तस्करी का भंडाफोड़ किया। आरोपियों से डोडा चूरा की खरीद-फरोख्त और तस्कर नेटवर्क की जानकारी जुटाने के लिए पूछताछ जारी है।
दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस टीम की सतर्कता व सक्रियता की स्थानीय स्तर पर सराहना की जा रही है।