जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ‘जनसेवा ही संकल्प’ के मूलमंत्र पर कार्य कर रही है। इसी दिशा में सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित नियमित जनसुनवाई के दौरान आम नागरिकों से सीधा संवाद स्थापित हुआ। इस जनसुनवाई में मुख्यमंत्री स्वयं परिवादियों की समस्याएं आत्मीयता से सुनते हुए मौके पर ही त्वरित समाधान के निर्देश देते नजर आए। जनसुनवाई के इस क्रम ने सरकार और जनता के मध्य सेतु का कार्य किया है, जिससे आमजन का सरकार पर विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक परिवादी की समस्या का समयबद्ध एवं संवेदनशीलता से निस्तारण करें ताकि आम नागरिकों को शीघ्र राहत मिल सके। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय सम्बल पखवाड़ा (24 जून से) की जानकारी देते हुए सभी पात्र नागरिकों से शिविरों में पंजीकरण कर योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। इस अभियान के तहत प्रदेशभर में ज़रूरतमंदों को अनेक विभागों की योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा।
जनसुनवाई के दौरान एक विशेष क्षण उस समय आया जब भूतपूर्व सैन्य अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के प्रतीक के रूप में सिंदूर का पौधा भेंट किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सैन्य सम्मान के प्रति उठाए गए कदमों के लिए आभार जताया। इसी अवसर पर जिला कुश्ती संघ के पदाधिकारियों ने राज्य में कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए सुझाव दिए, जिस पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने इस जनसुनवाई में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, ग्रामीण विकास, कृषि, राजस्व, चिकित्सा, शिक्षा, पेयजल, ऊर्जा, सिंचाई, परिवहन, नगर निगम, जयपुर विकास प्राधिकरण और पशुपालन विभाग से संबंधित अनेक परिवेदनाएं सुनीं और उनका समाधान करने के निर्देश मौके पर ही जारी किए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, भूतपूर्व सैनिक, खेल संघ के पदाधिकारी और आम नागरिक उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री की यह पहल राज्य में जन संवाद और समाधान की संस्कृति को नया आयाम दे रही है।