जयपुर में मानसून की हल्की बारिश के बाद ही कई इलाकों में जलभराव और सड़क धंसने की घटनाएं सामने आ रही हैं। ताजा मामला गोपालपुरा बाईपास का है, जहां टीएन मिश्रा मार्ग और गंगा-जमुना पेट्रोल पंप के सामने सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया। धंसी सड़क का गड्ढा करीब 60 फीट लंबा, 25 फीट चौड़ा और 15 फीट गहरा है, जिसके कारण ट्रैफिक संचालन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
घटना के बाद जयपुर विकास प्राधिकरण और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के बीच जिम्मेदारी को लेकर टकराव की स्थिति बन गई। जेडीए के अधीक्षण अभियंता दीपक माथुर ने स्पष्ट कहा कि सड़क के नीचे पानी की लाइन टूटने के कारण यह धंसाव हुआ है। अब जब पीएचईडी उस लाइन को ठीक करेगा, तभी जेडीए सड़क की मरम्मत कार्य शुरू करेगा।
इस घटना ने एक बार फिर बुनियादी ढांचे की कमजोरियों, विभागीय समन्वय की कमी और समय पर रखरखाव न होने की पोल खोल दी है। वहीं, स्थानीय लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गड्ढे के आसपास सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम भी नहीं किए गए हैं, जिससे हादसे की आशंका बनी हुई है।
शहरवासियों का कहना है कि हर साल मानसून के समय यही हालात बनते हैं, लेकिन जिम्मेदार विभागों के बीच सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का खेल चलता है, ठोस समाधान नहीं। जयपुर जैसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल शहर के लिए यह एक चिंताजनक संकेत है।